नई दिल्ली: लंबे इंतजार के बाद दिल्ली में दो नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के प्रस्ताव को उपराज्यपाल ने मंजूरी दी है. औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है. यह दोनों नए औद्योगिक क्षेत्र बाहरी दिल्ली के कंझावला और बापरौला इलाके में विकसित किए जाएंगे. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार के उद्योग विभाग को दोनों इलाकों में चिह्नित भूमि के उपयोग को बदलने का निर्देश दिया है. उपराज्यपाल ने उम्मीद जताई है कि दिल्ली के उपेक्षित इलाकों में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और इससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
उपराज्यपाल ने बाहरी दिल्ली के कंझावला में 920 एकड़ भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने को स्वीकृति प्रदान की है. बापरौला गांव में भी 300 एकड़ भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव लंबे समय से लंबित था. उपराज्यपाल ने डीडीए की सलाह से दिल्ली सरकार के उद्योग विभाग को इन दोनों इलाकों में चिन्हित की गई भूमि के उपयोग को बदलने का निर्देश दिया है.
बाहरी दिल्ली के कंझावला में 920 एकड़ भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित होगा तो उसके बाद यह दिल्ली के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक हो जाएगा. दिल्ली इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन एंड मेंटेनेंस अधिनियम 2010 के प्रावधानों के अनुसार इन इलाकों को औद्योगिक क्षेत्र के रूप और पर विकसित किया जाएगा. इसके तहत इन क्षेत्रों में रोड नेटवर्क, सीवेज, जल निकासी, सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, हॉर्टिकल्चर, अग्निशमन प्रणाली, दूरसंचार और अन्य सेवाओं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि वहां पर औद्योगिक इकाइयां लग सके.
प्रदूषण में कमी के लिए इन इलाकों में मिली मंजूरीः बता दें कि दिल्ली में अभी तक 27 औद्योगिक क्षेत्र हैं. जहां अलग-अलग प्रकार के औद्योगिक इकाइयों लगी हुई है और वहां पर उत्पादन होता है. अधिकांश औद्योगिक क्षेत्र चार दशक पहले विकसित किए गए थे और समय के साथ-साथ इसमें सुविधाएं प्रदान की गई. जिन औद्योगिक क्षेत्र के समीप सघन आबादी वाले रिहायशी क्षेत्र है, वहां पर ऐसी औद्योगिक इकाइयों को चलाने की इजाजत दी गई जिससे प्रदूषण कम से कम हो सके.