नई दिल्ली : दिल्ली में नगर निगम चुनाव की तारीख को घोषित होने में अभी कुछ समय शेष है. वहीं इससे पहले राजनेता अपनी सियासी जमीन को बचाने के लिए मजबूत संगठन की तलाश में जुट गए हैं. इसी कड़ी में इन दिनों दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी में नेताओं के शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है. चुनाव की तारीख घोषित होने तक आम आदमी पार्टी का दामन कई नेता दमन थम सकते हैं.
बीजेपी के देवली विधानसभा चुनाव के लिए दो बार प्रत्याशी रहे अरविंद कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ बीजेपी को छोड़ आप का दामन थामा है. वहीं 2012-17 में तिगड़ी वार्ड से निगम पार्षद रही सरिता गरवा ने भी आम आदमी पार्टी का भी दामन थामा लिया है. इसके अलावा इन दो बड़े नेताओं के अलावा दक्षिण जिले से पूर्व भाजपा युवा मोर्चा मंत्री गुलशन कुमार, एससी मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष योगेश मंडल, उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता और हरि नारायण गरवा ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है. वहीं करीब दो सप्ताह पहले पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की बहन और कांग्रेस की नेता पूर्व निगम पार्षद अंजू सहवाग ने भी आम आदमी पार्टी में अपने सहयोगियों के साथ शामिल हुई थीं.
बता दें कि साल 2020 में दिल्ली में विधान सभा चुनाव हुए थे. आम आदमी पार्टी की वापसी के साथ ही संगठन के सामने अब दिल्ली नगर निगम चुनाव की एक बड़ी चुनौती है. यही वजह हो सकती है कि आम आदमी पार्टी निगम से जुड़े तमाम छोटे - बड़े नेताओं को अपने साथ जोड़कर निगम चुनाव के लिए मजबूत होना चाहती है.