नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरना प्रदर्शन का बुधवार को 18वां दिन है. अब जंतर-मंतर पर भीड़ भी कम दिखाई देने लगी है. वहीं, दूसरी तरफ पंजाब से आ रहे लोगों का समर्थन जंतर-मंतर पर पहलवानों को मिल रहा है. वहीं, पहलवानों ने इस लड़ाई को लंबा लड़ने की तैयारी कर ली है. यहां पहलवानों ने अपनी प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. पहलवानों की तरफ से साफ कहा जा रहा है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता तब तक वह धरना स्थल से नहीं हटेंगे. दूसरी तरफ जंतर-मंतर पर खाने-पीने का इंतजाम भी अब होने लगा है. पहले खाना बाहर से आ रहा था, लेकिन अब खाना-पीना यहीं पर बन रहा है. जंतर-मंतर पर लंगर शुरू कर दिया गया है.
जिस तरह किसानों ने स्थाई रूप से बॉर्डर पर कब्जा करके धरना प्रदर्शन किया था. उसी प्रकार अब जंतर-मंतर पर भी देखने को मिल रहा है. हालांकि जंतर-मंतर पर पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इतना ही नहीं पुलिस ने बैरिकेडिंग को आपस में वेल्डिंग कर जोड़ दिया है. जंतर मंतर पर जिस प्रकार से लोग पहलवानों को समर्थन के लिए पहुंच रहे हैं.
पहलवानों की धरना प्रदर्शन का आज 18वां दिन है, लेकिन अभी तक कोई उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है. पुलिस ने बृजभूषण शरण के खिलाफ दो मामलों में एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान धरना अभी भी दे रहे हैं. पहलवानों की तरफ से कहा जा रहा है कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता हम यहीं डटे रहेंगे. राजनीतिक दलों का भी यहां पर पहुंचने का सिलसिला जारी है और इन्हें समर्थन भी दिया जा रहा है. पहलवानों का कहना है कि हमारी लड़ाई सिर्फ बृजभूषण शरण सिंह से है. हमारी सरकार से कोई लड़ाई नहीं है. हमारा बस यही कहना है कि हमें इंसाफ मिले हमें न्याय मिले और हमारी महिला पहलवानों को न्याय मिले.
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