नई दिल्लीः किसानों के समर्थन में आज आम आदमी पार्टी ने एक दिन के उपवास की घोषणा की थी. पार्टी मुख्यालय में आयोजित इस उपवास कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, सभी विधायक, पार्टी के तीनों सांसद, सभी पार्षदों और भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की मौजूदगी थी. शाम 4 बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल भी इस कार्यक्रम में पहुंचे.
'चीन-पाकिस्तान से न जोड़ें'
अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में उपवास के लिए सभी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि आज देश संकट में है, जिस किसान को आज खेत मे होना चाहिए था, वो कड़ाके की ठंड में सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर है. सीएम ने कहा कि देश के जवान, बॉलीवुड के अभिनेता, खिलाड़ी, डॉक्टर वकील, सभी किसानों का समर्थन कर रहे हैं. लेकिन दुख होता है, जब इनके प्रदर्शन को पाकिस्तान और चीन से जोड़ा जाता है.
'नहीं होनी चाहिए ये गंदी राजनीति'
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक किसान का भाई, बेटा आज सीमा पर खड़ा है और जब वो यह सुनता होगा, तो उसे कितना दुख होता होगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह गंदी राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों ने आंसू गैस के गोले झेले, लाठियां खाई, लेकिन अहिंसा का साथ नहीं छोड़ा. जब वे बॉर्डर पर पहुंचे, तो केंद्र ने उन्हें जेल में डालने का प्लान बनाया, लेकिन वो फाइल हमारे पास आ गई.
'पता था स्टेडियम वाले जेल में क्या होता है'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम आंदोलन से निकले लोग हैं, हमें पता है कि स्टेडियम के जेल बनने पर उसका कैसे प्रयोग होता है. हमने उसका आदेश देने से मना कर दिया. फिर कार्यकर्ताओं से कहा कि सेवादार बनकर किसानों की सेवा करो. केजरीवाल ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वे इस फैसले से इतना बौखला गए कि मेरे घर घर का दरवाजा बंद कर दिया, ताकि मैं किसानों के पास न जा सकूं. लेकिन मैंने घरपर रहकर ही किसानों के लिए प्रार्थना की.
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'इन कानूनों से बढ़ती जाएगी महंगाई'
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीन कानूनों की वजह से बेइंतहां महंगाई बढ़ेगी. उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि कैसे चार साल में महंगाई 16 गुना तक बढ़ जाएगी. केजरीवाल ने कहा कि इन कानूनों का सबसे बड़ा नुक्सान यह होगा कि अब महंगाई पर कंट्रोल के हमारे हाथ काट दिए गए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में भी मैं जमाखोरी पर काबू नहीं कर पाऊंगा. हमें पता होगा कि कोई जमाखोरी कर रहा है, लेकिन हम छापा नहीं मार सकेंगे.
'अनशन खत्म हो रहा है, आंदोलन नहीं'
अरविंद केजरीवाल ने सीधे तौर पर केंद्र को इसे लेकर कटघरे में खड़ा किया कि ये चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रहे हैं. इससे पहले, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी इन कानूनों के खिलाफ अपनी बात रखी, वहीं सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और भगवंत मान ने भी केंद्र को निशाने पर लिया. सीएम के संबोधन के बाद सबने जूस पीकर अनशन खत्म किया. गोपाल राय ने कहा कि हम अनशन खत्म कर रहे हैं, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा.