ETV Bharat / state

दिल्ली के 1000 बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर भेज 'श्रवण कुमार' बने CM केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से दिल्ली में रहने वाले 1000 बुजुर्गों को सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा पर भेजा.

'श्रवण कुमार' बने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ETV BHARAT
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 12:08 AM IST

Updated : Jul 13, 2019, 12:18 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में रहने वाले 1000 बुजुर्गों को सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा पर भेज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के श्रवण कुमार बन गए हैं. कुछ ऐसा ही संदेश लिखे पोस्टर व बैनर से शुक्रवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन पटा हुआ था.

'श्रवण कुमार' बने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

वहां सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे बुजुर्ग काफी खुश थे और जैसा केजरीवाल को अनुमान था, ट्रेन में बैठ कर तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होने वाले बुजुर्ग सरकार को आशीर्वाद देते नहीं थक रहे थे.

केजरीवाल ने तीर्थ यात्रा को रवाना किया
दरअसल चुनावी वर्ष में देर से ही सही आम आदमी पार्टी सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को लागू करने में सफल रही. शुक्रवार की देर शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीर्थ यात्रा योजना के तहत पहली ट्रेन को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया.

अरविंद केजरीवाल ने की ईटीवी भारत से बातचीत
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि दो साल पहले दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का सपना देखा था. काफी अड़चनें आई लेकिन आज यह सपना पूरा हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि मां-बाप का एहसान कोई भी संतान किसी भी तरह नहीं उतार सकता है. लेकिन तीर्थ यात्रा करा दें तो यह एहसान कुछ कम जरूर कर सकता है. हमारा सपना है कि दिल्ली के हर बुजुर्ग को उनकी मर्जी की कम से कम एक तीर्थ यात्रा जरूर करा दें.

इस योजना के लिए 5 रूट तय किए गए
अभी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के लिए 5 रूट तय किए गए हैं. जैसे-जैसे सुझाव आ रहे हैं उसमें नए रूट शामिल करेंगे. अभी दिल्ली का शिक्षा, स्वास्थ्य,बिजली-पानी के क्षेत्र में नाम हो रहा है. अब अध्यात्म के क्षेत्र में भी दिल्ली का नाम होगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पहल पर वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराने की यह योजना काफी लंबे समय से फाइलों में दौड़ रही थी. तमाम अड़चनें आने के बाद पिछले दिनों इस योजना को साकार रूप देने का काम शुरू हुआ. योजना की शुरुआत अमृतसर, बाघा बॉर्डर, आनंदपुर साहिब से हुई है.

1000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए
वरिष्ठ नागरिकों को ले जाने के लिए विशेष रेलगाड़ी शुक्रवार को रवाना हुई है. जो कि 16 जुलाई को वापस आएगी. पहली ट्रेन में 1000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए हैं. इन सभी 1000 वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसी ट्रेन की व्यवस्था की गई है. सभी के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था है. किसी मेडिकल इमरजेंसी और मदद के लिए एक मेडिकल टीम को भी ट्रेन में भेजा गया है. इसके अलावा सरकार की तरफ से हर कोच में 2 वालंटियर भी श्रद्धालुओं की मदद के लिए गए हैं.

बुजुर्गों ने केजरीवाल को श्रवण कुमार का उपनाम दिया
बता दें कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत हर साल प्रत्येक विधानसभा से 1100 वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न तीर्थ यात्रा कराई जाएगी. इसका सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. तीर्थ यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे के वरिष्ठ नागरिकों के साथ गत 4 जुलाई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में संवाद किया था.

तब बुजुर्गों ने उन्हें श्रवण कुमार का उपनाम दे दिया. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका यह बेटा कोशिश करेगा कि आपकी जिंदगी में आपको एक तीर्थ यात्रा जरूर करवाऊं.

नई दिल्ली: दिल्ली में रहने वाले 1000 बुजुर्गों को सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा पर भेज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के श्रवण कुमार बन गए हैं. कुछ ऐसा ही संदेश लिखे पोस्टर व बैनर से शुक्रवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन पटा हुआ था.

'श्रवण कुमार' बने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

वहां सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे बुजुर्ग काफी खुश थे और जैसा केजरीवाल को अनुमान था, ट्रेन में बैठ कर तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होने वाले बुजुर्ग सरकार को आशीर्वाद देते नहीं थक रहे थे.

केजरीवाल ने तीर्थ यात्रा को रवाना किया
दरअसल चुनावी वर्ष में देर से ही सही आम आदमी पार्टी सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को लागू करने में सफल रही. शुक्रवार की देर शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीर्थ यात्रा योजना के तहत पहली ट्रेन को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया.

अरविंद केजरीवाल ने की ईटीवी भारत से बातचीत
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि दो साल पहले दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का सपना देखा था. काफी अड़चनें आई लेकिन आज यह सपना पूरा हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि मां-बाप का एहसान कोई भी संतान किसी भी तरह नहीं उतार सकता है. लेकिन तीर्थ यात्रा करा दें तो यह एहसान कुछ कम जरूर कर सकता है. हमारा सपना है कि दिल्ली के हर बुजुर्ग को उनकी मर्जी की कम से कम एक तीर्थ यात्रा जरूर करा दें.

इस योजना के लिए 5 रूट तय किए गए
अभी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के लिए 5 रूट तय किए गए हैं. जैसे-जैसे सुझाव आ रहे हैं उसमें नए रूट शामिल करेंगे. अभी दिल्ली का शिक्षा, स्वास्थ्य,बिजली-पानी के क्षेत्र में नाम हो रहा है. अब अध्यात्म के क्षेत्र में भी दिल्ली का नाम होगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पहल पर वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराने की यह योजना काफी लंबे समय से फाइलों में दौड़ रही थी. तमाम अड़चनें आने के बाद पिछले दिनों इस योजना को साकार रूप देने का काम शुरू हुआ. योजना की शुरुआत अमृतसर, बाघा बॉर्डर, आनंदपुर साहिब से हुई है.

1000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए
वरिष्ठ नागरिकों को ले जाने के लिए विशेष रेलगाड़ी शुक्रवार को रवाना हुई है. जो कि 16 जुलाई को वापस आएगी. पहली ट्रेन में 1000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए हैं. इन सभी 1000 वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसी ट्रेन की व्यवस्था की गई है. सभी के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था है. किसी मेडिकल इमरजेंसी और मदद के लिए एक मेडिकल टीम को भी ट्रेन में भेजा गया है. इसके अलावा सरकार की तरफ से हर कोच में 2 वालंटियर भी श्रद्धालुओं की मदद के लिए गए हैं.

बुजुर्गों ने केजरीवाल को श्रवण कुमार का उपनाम दिया
बता दें कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत हर साल प्रत्येक विधानसभा से 1100 वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न तीर्थ यात्रा कराई जाएगी. इसका सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. तीर्थ यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे के वरिष्ठ नागरिकों के साथ गत 4 जुलाई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में संवाद किया था.

तब बुजुर्गों ने उन्हें श्रवण कुमार का उपनाम दे दिया. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका यह बेटा कोशिश करेगा कि आपकी जिंदगी में आपको एक तीर्थ यात्रा जरूर करवाऊं.

Intro:नई दिल्ली. दिल्ली में रहने वाले 1000 बुजुर्गों को सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा पर भेज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के श्रवण कुमार बन गए हैं. कुछ ऐसा ही संदेश लिखे पोस्टर व बैनर से शुक्रवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन पटा हुआ था. वहां सरकारी खर्चे पर तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे बुजुर्ग काफी खुश थे और जैसा केजरीवाल को अनुमान था, ट्रेन में बैठ कर तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होने वाले बुजुर्ग सरकार को आशीर्वाद देते नहीं थक रहे थे.


Body:चुनावी वर्ष में देर से ही सही आम आदमी पार्टी सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को लागू करने में सफल रही. शुक्रवार की देर शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीर्थ यात्रा योजना के तहत पहली ट्रेन को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया.

इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि दो साल पहले दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का सपना देखा था. काफी अड़चनें आई लेकिन आज यह सपना पूरा हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा मां-बाप का एहसान कोई भी संतान किसी भी तरह नहीं उतार सकती है. लेकिन तीर्थ यात्रा करा दे तो यह एहसान कुछ कम जरूर कर सकती है. हमारा सपना है कि दिल्ली के हर बुजुर्ग को उनकी मर्जी की कम से कम एक तीर्थ यात्रा जरूर करा दें.

अभी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के लिए 5 रूट तय किए गए हैं. जैसे-जैसे सुझाव आ रहे हैं उसमें नए रूट शामिल करेंगे. अभी दिल्ली का शिक्षा, स्वास्थ्य,बिजली-पानी के क्षेत्र में नाम हो रहा है. अब अध्यात्म के क्षेत्र में भी दिल्ली का नाम होगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पहल पर वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराने की यह योजना काफी लंबे समय से फाइलों में दौड़ रही थी. तमाम अड़चनें आने के बाद पिछले दिनों इस योजना को साकार रूप देने का काम शुरू हुआ. योजना की शुरुआत अमृतसर, बाघा बॉर्डर, आनंदपुर साहिब से हुई है.

वरिष्ठ नागरिकों को ले जाने के लिए विशेष रेलगाड़ी शुक्रवार को रवाना हुई है. जोकि 16 जुलाई को वापस आएगी. पहली ट्रेन में 1000 बुजुर्ग तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए हैं. इन सभी 1000 वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसी ट्रेन की व्यवस्था की गई है. सभी के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था है. किसी मेडिकल इमरजेंसी और मदद के लिए एक मेडिकल टीम को भी ट्रेन में भेजा गया है. इसके अलावा सरकार की तरफ से हर कोच में 2 वालंटियर भी श्रद्धालुओं की मदद के लिए गए हैं.


Conclusion:बता दें कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत हर साल प्रत्येक विधानसभा से 1100 वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न तीर्थ यात्रा कराई जाएगी. इसका सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. तीर्थ यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे के वरिष्ठ नागरिकों के साथ गत 4 जुलाई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में संवाद किया था. तब बुजुर्गों ने उन्हें श्रवण कुमार का उपनाम दे दिया. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका यह बेटा कोशिश करेगा कि आपकी जिंदगी में आपको एक तीर्थ यात्रा जरूर करवाऊं.

समाप्त, आशुतोष झा

समाप्त, आशुतोष झा
Last Updated : Jul 13, 2019, 12:18 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.