नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में बुधवार को भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने के बाद सदन में दोपहर 2 बजे सीएम केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें पता चला कि भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती हैं. नियम के अनुसार, अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सदन में 14 सदस्यों की जरूरत है. हमें पता चला है कि इन्होंने अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया है. हम इसके खिलाफ विश्वास प्रस्ताव रखते हैं. यहां भाजपा के विधायक गायब है. अगर होते तो अच्छा होता. बता दें कि केजरीवाल के संबोधन से पहले भाजपा विधायकों को सदन से मार्शल आउट किया गया था. हालांकि कुछ देर बाद जब भाजपा विधायक सदन में वापस आए तो उन्होंने अपनी बात रखी.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि, सदन मंत्रिपरिषद में विश्वास व्यक्त रखता है. इसके बाद आप विधायकों ने एक-एक करके विश्वास प्रस्ताव पर समर्थन देते हुए अपनी बात रखी. इस मौके पर आप विधायक संजीव झा ने कहा कि विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इसे बाद में वापस ले लिया. उनके अतिरिक्त आप विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि इन्हें तकलीफ है कि 10 साल लगातार कोशिश करने के बाद भी वह सत्ता से बाहर हैं. हालांकि, यह भले ही दिल्ली से बाहर हैं लेकिन दूसरे राज्यों में विधायकों को खरीद कर और सरकार गिराकर अपनी सरकार बनाने का ऑपरेशन लोटस चलाते हैं. लेकिन देश में कोई शेर है तो वह अरविंद केजरीवाल हैं. वहीं आप विधायक ने ऋतुराज झा ने कहा कि ऑपरेशन लोटस क्या है. यह 2015 से साजिश कर रहे हैं.
विपक्ष ने विश्वास प्रस्ताव पर सरकार को घेरा: भाजपा विधायक अनिल बाजपेई ने कहा कि मैं बात करना चाहता हूं कि किस तरह से विपक्ष के नेताओं की आवाज को दबाया जाता है. हम केवल 8 हैं और आप 62 हैं. यह गंभीर विषय है. इसकी चर्चा होनी चाहिए. मैं मोहल्ला क्लीनिक की बात करता हूं. आपकी पार्टी ने कहा था कि एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे, लेकिन यह बताया जाए कि कितनी मोहल्ला क्लीनिक खोली गई. साथ ही यह भी बताया जाए कि मोहल्ला क्लीनिक में ब्लड प्रेशर की दवा नहीं मिलती है. इतना ही नहीं, 100 पॉली क्लीनिक खोलने की बात भी हुई थी लेकिन मेरे विधानसभा में केवल एक पॉली क्लीनिक खोली गई. आज पॉली क्लीनिक में डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. मेरी विधानसभा में सरकारी स्कूलों में संस्कृत और सोशियोलोजी के शिक्षक भी नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि स्कूल मैनेजमेंट कमेटी से बड़े बड़े होडिंग लगाए गए.
उधर शराब नीति पर विधायक अभय वर्मा ने बात करते हुए कहा कि, 2018 में 8 शराब के ठेके बंद कराए गए. उस समय कहा गया था अगर आरडब्ल्यूए मना करेगी तो ठेके नहीं खुलेंगे. जब भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे तो इन्हें नई नीति को बदलकर पुरानी शराब नीति लानी पड़ी. आपका मंत्री जेल में है, आप कौन सी ईमानदारी की बात करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने सदन में पानी और सीवर का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, 70 प्रतिशत इलाकों में सीवर लाइन नहीं डाली गई. हम सवाल उठाते हैं तो हम लोगों को बाहर कर दिया जाता है. आज जब गेस्ट टीचरों के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष ने सदन में उठाया तो उन्हें झूठा कहा गया. शिक्षा मंत्री के खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन का मजाक मत बनाइए. वहीं महिला सुरक्षा पर बात करते हुए अभय वर्मा ने कहा कि पूरी दिल्ली के अंदर सीसीटीवी लगाए हैं लेकिन हमारे यहां 8 विधायक के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए. आपको 2025 में जनता इसका जवाब देगी जब आप सत्ता में नहीं रहेंगे.
यह भी पढ़ें-Delhi Assembly में गूंजा आईपी कॉलेज का मुद्दा, AAP विधायकों ने LG का इस्तीफा मांगा
क्या बोले नेता प्रतिपक्ष: वहीं नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर से विश्वास खो दिया है. दीपक जब बुझने लगता है तो अधिक तड़पता है. आम आदमी का दीपक बुझ रहा है. आपकी सरकार में बस घोटाला हुआ है.
यह भी पढ़ें-Delhi University : छात्राओं के साथ हुई बदसलूकी के विरोध में आइसा और क्रांतिकारी संगठन का प्रदर्शन