ETV Bharat / state

बजट: 2047 तक दिल्ली बनेगी सिंगापुर, केजरीवाल सरकार का 'फ्यूचर प्लान' - अरविंद केजरीवाल बजट 2021

कोरोना काल के मंगलवार को दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली का डिजीटल बजट पेश किया. दिल्ली में इस साल के लिए 69 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया. इसकी थीम देशभक्ति रही. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर के प्रति व्यक्ति आय तक पहुंचाने का हमने लक्ष्य रखा है.

delhi budget 2021
केजरीवाल सरकार बड़ा एलान
author img

By

Published : Mar 9, 2021, 2:30 PM IST

Updated : Mar 9, 2021, 2:44 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना ने सिर्फ लोगों की सेहत पर वार किया, बल्कि देश की आर्थिक हालत को भी बुरी तरह प्रभावित किया. देश की अर्थ व्यवस्था में भारी गिरावट दर्ज की गई . हालत ये हो गई की देश की जीडीपी पहली अप्रैल-जून की पहली तिमाही में माइनस 23 से भी नीचे पहुंच गई. इसी तरह दिल्ली की सकल राज्य घरेलू उत्पाद में गिरावट दर्ज की गई. वर्ष 2020-21 की बात करें तो राज्य के जीएसडीपी का आकलन 7,98,310 करोड़ है, जिसमें पिछले वर्ष के मुकाबले प्रचलित मूल्यों पर 3.92 प्रतिशत की कमी आई है. बजट के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्थिर मूल्यों पर कोरोना काल के चलते जीएडीपी में 5.68 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सिसोदिया ने कहा दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में 16 गुना वृद्धि करना मुश्किल लक्ष्य है लेकिन इसे पूरा करेंगे. यदि ऐसा होता है तो दिल्ली एशिया में सबसे तेज गति से आय में वृद्धि करने वाला राज्य बन सकता है.

मनीष सिसोदिया, डिप्टी सीएम, दिल्ली.

'दिल्ली को बनाएंगे सिंगापुर'

सिसोदिया ने कहा कि 2047 तक दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति सिंगापुर के लोगों के बराबर पहुंचाने का लक्ष्य दिल्ली सरकार ने रखा है. वित्त मंत्री सिसोदिया ने कहा कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति आय 16 गुणा तक पहुंचानी होगी. मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल मॉडल आफ गवर्नेंस के चलते लगातार बिजली और पानी के बिल में लोगों को बचत हो रही है इससे उनके प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हो रही है और अगले सेंसेस में इसका असर देखने को मिलेगा. सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय लगभग 66 हजार अमेरिकी डॉलर है. यदि इतनी आय दिल्ली वालों में बढ़ानी है तो वर्तमान आय में 16 गुना से ज्यादा की वृद्धि करनी होगी. सिसौदिया ने कहा, "हम जानते हैं कि इसके लिए दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में करीब 16 गुना वृद्धि करनी होगी." उन्होंने कहा यह मुश्किल लक्ष्य है लेकिन हम इसे पूरा करेंगे.

कितनी है सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय

विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय 65,233. 3 डॉलर है. यानी यह रकम 47.74 लाख रुपये के बराबर है. सिंगापुर ने पिछले दो दशक में शानदार उपलब्धि हासिल की है. एशिया में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय वाला देश है. बहुत कम समय में उसने कम आय वाला देश से उच्च आय वाला देश बना है. दुनिया में सबसे तेज गति से उसने वृद्धि की है. पिछले 25 साल में सिंगापुर ने औसत 7.7 प्रतिशत की दर से वृद्धि की है. उसका अधिकतम वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही है. 1960 के बाद सिंगापुर ने आक्रामक तरीके से देश में औद्योगिकीकरण किया.विनिर्माण सिंगापुर के विकास की मुख्य कुंजी है. सिंगापुर ने अपने क्षेत्र दक्षिण कोरिया, हांगकांग ताइवान के मुकाबले सबसे बाद में विकास कार्य शुरू किया और सबसे पहले विकसित देश बन गया.

देश से तिगुनी है दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय

साल 2021-22 के प्रस्तावित बजट की बात करें तो वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस बार लोगों के लिए स्कीम का खर्त 55 फीसदी जबकि सरकारी खर्च 45 फीसदी रहेगा. अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री मनीष ने 1993-94 में दिल्ली की एसजीडीपी 20 हजार 992 करोड़ थी, जो कि उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 7 लाख 98 हजार 310 करोड़ पहुंच चुकी है. सिसोदिया ने कहा कि 1993-94 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 18 हजार 967 थी, जो कि 2020-21 में 2 लाख 74 हजार 671 पहुंच चुकी है. दिल्ली इस समय प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है. सिसोदिया ने कहा कि प्रचलित मूल्यों पर दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय और भी बढ़ चुकी है. इस मामले मे दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 3 लाख 54 हजार 4 रुपए हो गई है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली वासियों की प्रति व्यक्ति आय इस हिसाब से अब देश से ढ़ाई गुनी(2.77) से ज्यादा है.

कौन सा देश सबसे अमीर

प्रति व्यक्ति आय के आधार पर मोटा मोटी किसी देश की संपन्नता या अमीरी का पता लगाया जाता है. फोकस इकोनोमी के मुताबिक 2025 तक लक्जमबर्ग दुनिया का सबसे अमीर देश बना रहेगा. तब लक्जमबर्ग की प्रति व्यक्ति आय 1,43, 203 डॉलर हो जाएगी. 2025 में सिंगापुर दुनिया के अमीर देशों में सातवें नंबर पर रहेगा. 2025 में सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय 75,250 डॉलर हो जाएगी. इस श्रेणी में आयरलैंड 1,12,769 डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर, 96,788 डॉलर के साथ स्विटजरलैंड तीसरे स्थान पर, 95,165 डॉलर के साथ नोर्वे चौथे स्थान पर, 78,078 डॉलर के साथ डेनमार्क पांचवे स्थान पर और 77,653 डॉलर के साथ अमेरिका छठे स्थान पर है.

पढ़ें-69 हजार करोड़ का दिल्ली का 'देशभक्ति बजट', शिक्षा-स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा फोकस

नई दिल्ली: कोरोना ने सिर्फ लोगों की सेहत पर वार किया, बल्कि देश की आर्थिक हालत को भी बुरी तरह प्रभावित किया. देश की अर्थ व्यवस्था में भारी गिरावट दर्ज की गई . हालत ये हो गई की देश की जीडीपी पहली अप्रैल-जून की पहली तिमाही में माइनस 23 से भी नीचे पहुंच गई. इसी तरह दिल्ली की सकल राज्य घरेलू उत्पाद में गिरावट दर्ज की गई. वर्ष 2020-21 की बात करें तो राज्य के जीएसडीपी का आकलन 7,98,310 करोड़ है, जिसमें पिछले वर्ष के मुकाबले प्रचलित मूल्यों पर 3.92 प्रतिशत की कमी आई है. बजट के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्थिर मूल्यों पर कोरोना काल के चलते जीएडीपी में 5.68 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सिसोदिया ने कहा दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में 16 गुना वृद्धि करना मुश्किल लक्ष्य है लेकिन इसे पूरा करेंगे. यदि ऐसा होता है तो दिल्ली एशिया में सबसे तेज गति से आय में वृद्धि करने वाला राज्य बन सकता है.

मनीष सिसोदिया, डिप्टी सीएम, दिल्ली.

'दिल्ली को बनाएंगे सिंगापुर'

सिसोदिया ने कहा कि 2047 तक दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति सिंगापुर के लोगों के बराबर पहुंचाने का लक्ष्य दिल्ली सरकार ने रखा है. वित्त मंत्री सिसोदिया ने कहा कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति आय 16 गुणा तक पहुंचानी होगी. मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल मॉडल आफ गवर्नेंस के चलते लगातार बिजली और पानी के बिल में लोगों को बचत हो रही है इससे उनके प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हो रही है और अगले सेंसेस में इसका असर देखने को मिलेगा. सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय लगभग 66 हजार अमेरिकी डॉलर है. यदि इतनी आय दिल्ली वालों में बढ़ानी है तो वर्तमान आय में 16 गुना से ज्यादा की वृद्धि करनी होगी. सिसौदिया ने कहा, "हम जानते हैं कि इसके लिए दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में करीब 16 गुना वृद्धि करनी होगी." उन्होंने कहा यह मुश्किल लक्ष्य है लेकिन हम इसे पूरा करेंगे.

कितनी है सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय

विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में सिंगापुर में प्रति व्यक्ति आय 65,233. 3 डॉलर है. यानी यह रकम 47.74 लाख रुपये के बराबर है. सिंगापुर ने पिछले दो दशक में शानदार उपलब्धि हासिल की है. एशिया में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय वाला देश है. बहुत कम समय में उसने कम आय वाला देश से उच्च आय वाला देश बना है. दुनिया में सबसे तेज गति से उसने वृद्धि की है. पिछले 25 साल में सिंगापुर ने औसत 7.7 प्रतिशत की दर से वृद्धि की है. उसका अधिकतम वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही है. 1960 के बाद सिंगापुर ने आक्रामक तरीके से देश में औद्योगिकीकरण किया.विनिर्माण सिंगापुर के विकास की मुख्य कुंजी है. सिंगापुर ने अपने क्षेत्र दक्षिण कोरिया, हांगकांग ताइवान के मुकाबले सबसे बाद में विकास कार्य शुरू किया और सबसे पहले विकसित देश बन गया.

देश से तिगुनी है दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय

साल 2021-22 के प्रस्तावित बजट की बात करें तो वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस बार लोगों के लिए स्कीम का खर्त 55 फीसदी जबकि सरकारी खर्च 45 फीसदी रहेगा. अपने बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री मनीष ने 1993-94 में दिल्ली की एसजीडीपी 20 हजार 992 करोड़ थी, जो कि उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 7 लाख 98 हजार 310 करोड़ पहुंच चुकी है. सिसोदिया ने कहा कि 1993-94 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 18 हजार 967 थी, जो कि 2020-21 में 2 लाख 74 हजार 671 पहुंच चुकी है. दिल्ली इस समय प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है. सिसोदिया ने कहा कि प्रचलित मूल्यों पर दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय और भी बढ़ चुकी है. इस मामले मे दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 3 लाख 54 हजार 4 रुपए हो गई है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली वासियों की प्रति व्यक्ति आय इस हिसाब से अब देश से ढ़ाई गुनी(2.77) से ज्यादा है.

कौन सा देश सबसे अमीर

प्रति व्यक्ति आय के आधार पर मोटा मोटी किसी देश की संपन्नता या अमीरी का पता लगाया जाता है. फोकस इकोनोमी के मुताबिक 2025 तक लक्जमबर्ग दुनिया का सबसे अमीर देश बना रहेगा. तब लक्जमबर्ग की प्रति व्यक्ति आय 1,43, 203 डॉलर हो जाएगी. 2025 में सिंगापुर दुनिया के अमीर देशों में सातवें नंबर पर रहेगा. 2025 में सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय 75,250 डॉलर हो जाएगी. इस श्रेणी में आयरलैंड 1,12,769 डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर, 96,788 डॉलर के साथ स्विटजरलैंड तीसरे स्थान पर, 95,165 डॉलर के साथ नोर्वे चौथे स्थान पर, 78,078 डॉलर के साथ डेनमार्क पांचवे स्थान पर और 77,653 डॉलर के साथ अमेरिका छठे स्थान पर है.

पढ़ें-69 हजार करोड़ का दिल्ली का 'देशभक्ति बजट', शिक्षा-स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा फोकस

Last Updated : Mar 9, 2021, 2:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.