नई दिल्ली: दिल्ली के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक माने जाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने छात्रावास की जर्जर हालत को लेकर चिंता जाहिर की है. वहीं पेरियार हॉस्टल के छात्रों ने इसको लेकर कुछ वीडियो बनाए हैं, जिसके जरिए उन्होंने दिखाने की कोशिश की है कि इस छात्रावास में रहना कितना जोखिम भरा है.
साथ ही उन्होंने कहा कि कई बार प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी तो कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. आलम यह है कि किसी भी दिन कोई भी छात्र यहां हादसे का शिकार हो सकता है.
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पेरियार हॉस्टल की जर्जर अवस्था
जेएनयू के पेरियार हॉस्टल की दुर्दशा को दिखाता वीडियो छात्रों द्वारा बनाया गया है. वहां के छात्रों का दावा है की पेरियार हॉस्टल की हालत इतनी जर्जर है कि जगह-जगह सीलन आई हुई है.
छतों से पानी टपकता है. साफ-सफाई का पता इसी से लगाया जा सकता है कि वहां पिछले तीन-चार महीनों से नालियां जाम पड़ी हैं, जहां लगातार मच्छर पनप रहे हैं. इस कोरोना महामारी में जहां संक्रमण से लोग लड़ रहे हैं वहां पेरियार हॉस्टल के आसपास जमा हुई गंदगी के चलते वहां के छात्र डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों के भी खतरे में है.
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जर्जर हालात फिर भी हॉस्टल में रहने को मजबूर
छात्रों का आरोप है कि छात्रावास के लगभग हर कमरे की छत इतनी कमजोर है कि वह कभी भी गिर सकती है और वहां रह रहे छात्र हादसे का शिकार हो सकते हैं. वहीं छात्रों का कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर जेएनयू प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया है. बावजूद इसके अब तक किसी भी तरह के प्रयास प्रशासन की ओर से नहीं किए गए हैं. छात्रों की न ही प्रशासन सुध ले रहा है और न ही सरकार. ऐसे में छात्र अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर हॉस्टल में रहने को मजबूर हैं.