नई दिल्ली : अफगानिस्तान में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया है. सोमवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रसंघ ने अफगानिस्तान के समर्थन और तालिबान के विरोध में प्रदर्शन किया. जेएनयू छात्र संघ के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने तालिबान के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने अमेरिका और यूनाइटेड नेशन पर भी सवाल खड़ा किए. जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि अफगान मूल के जो भी छात्र भारत या जेएनयू में पढ़ रहे हैं, छात्र संघ ऐसे सभी छात्रों के साथ खड़ा है. उनकी हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है.
इसके अलावा उन्होंने सरकार से मांग की है कि जो भी छात्र अफगानिस्तान में फंसे हैं उन्हें तत्काल वीजा दें ताकि वे विश्वविद्यालय लौटकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें. आइशी घोष ने विश्व के नेताओं और यूनाइटेड नेशन से अफगानिस्तान के साथ खड़े होने की अपील की है.
ये भी पढ़ें- काबुल में तालिबान : अफगानी नागरिकों का छलका दर्द, परिवार-दोस्तों को लेकर परेशान
जेएनयू छात्रसंघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने कहा कि अफगानिस्तान के छात्रों के साथ फिलहाल दो परेशानी है. एक जो भारत में मौजूद हैं और दूसरे वे जो जो भारत में नहीं है. हम जेएनयू में पढ़ने वाले अफगान मूल के छात्रों के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है. जेएनयू छात्रसंघ अफगानिस्तान के छात्रों कि हर प्रकार से मदद करने के लिए तैयार है.