नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मंगलवार को अकादमिक काउंसिल की 158वीं बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर भी महत्वपूर्ण फैसला हुआ. साथ ही इस बैठक में अस्पताल की सुविधा युक्त एक स्कूल मेडिकल साइंस को शुरू करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है.
जेएनयू रेक्टर प्रोफेसर आरपी सिंह ने बताया कि बैठक में जेएनयू के नियम 1966 के तहत अस्पताल की सुविधा से युक्त एक स्कूल मेडिकल साइंस को शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. उन्होंने बताया कि इस स्कूल में PHD, MD, MS, DM, MCH और MBBS पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा. साथ ही कहा कि इस स्कूल में मॉडर्न दवा के साथ-साथ प्राचीन उपचार पद्धति की भी छात्रों को जानकारी दी जाएगी. वहीं प्रोफेसर आरपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में बायोमेडिकल व अन्य जरूरी संसाधन पहले से मौजूद है.
वहीं प्रोफेसर आरपी सिंह ने बताया कि अकादमिक काउंसिल की बैठक में एनसीसी को इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स के तौर पर भी शामिल करने की मंजूरी मिल गई है. उन्होंने बताया कि थ्योरी, प्रक्टिकल, कैम्प ट्रेनिंग इस पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा. साथ ही कहा कि यह कोर्स 6 सेमेस्टर का होगा और इसमें 24 क्रेडिट्स एनसीसी कैडेट्स के लिए होंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के बीटेक के छात्रों को कोर्स के चार साल बाद छोड़ने की भी मंजूरी दे दी गई है. प्रोफेसर आरपी सिंह ने बताया कि इस बैठक में कन्नड़ और ओड़िया भाषा में कोर्स के अलावा कई ओर प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है.