नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने टीकाकरण शिविर लगाने की मांग की है. इसको लेकर एबीवीपी के जेएनयू इकाई के अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने कहा कि इस संक्रमण के चलते जेएनयू के कई टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ ने अपनी जान तक गंवा दी है. उन्होंने कहा कि ऐसे में जेएनयू परिसर में भी एक टीकाकरण शिविर स्थापित करने की आवश्यकता है, क्योंकि जेएनयू परिसर में युवाओं की संख्या अधिक है.
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जेएनयू के कई छात्र और शिक्षक संक्रमण के शिकार
बता दें कि एबीवीपी की जेएनयू इकाई ने सरकार द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के लिए मुफ्त कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत जेएनयू परिसर में भी टीकाकरण शिविर बनाने की मांग की है. इसको लेकर एबीवीपी का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में जेएनयू के कई प्रोफेसर, छात्र और कर्मचारियों कर्मचारी कोरोना कि चपेट में आए हैं, यहां तक की कई टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ ने अपनी जान तक गंवा दी है. वहीं कुछ छात्रों को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ गया था.
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एबीवीपी का कैंपस में टीकाकरण शिविर लगाने की मांग
वहीं एबीवीपी की जेएनयू इकाई के अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने कहा कि पहले भी एबीवीपी के हस्तक्षेप के चलते ही जेएनयू प्रशासन द्वारा परिसर में कोविड टेस्टिंग कैंप शुरू किया गया था और एसएफएस जेएनयू द्वारा रक्तदान शिविर भी लगाया गया था.
वहीं अब उनका कहना है कि जेएनयू परिसर में एक टीकाकरण शिविर भी स्थापित करने की जरूरत है. क्योंकि यहां युवा छात्रों की संख्या अधिक है, जो कि 18 साल से ऊपर सरकार द्वारा तय किए गए अभियान के मापदंड की श्रेणी में आते हैं. वहीं इस मसले पर जेएनयू एबीवीपी मंत्री रोहित कुमार ने कहा कि दिव्यांग छात्रों को भी इससे मदद मिलेगी.