नई दिल्ली: नहाय खाय के साथ लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा शुरू हो गई है. शनिवार को खरना का महाप्रसाद बनाया जाएगा. महाप्रसाद ग्रहण करने के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा. वहीं छठ पूजा को लेकर दिल्ली के आइटीओ स्थित प्रमुख छठ घाट पर टेंट लग चुका है. साथ ही साफ सफाई का काम लगभग पूरा हो गया है. यमुना किनारे मिट्टी डालकर समतल किया गया है और कृत्रिम घाटों में बोरिंग कर पानी भी भर दिया गया है.
एनजीटी के आदेश के अनुसार, किसी भी श्रद्धालु को यमुना में उतरकर पूजा करने की अनुमती नहीं है. घाट को ऊंचा कर बनाया गया है और नदी के किनारे बांस से बैरिकेडिंग की गई है, जिससे कोई यमुना में न जा सके. पूजा करने के लिए कृत्रिम घाट बनाया गया है, जिसमें पानी भर दिया गया है. वहीं रोशनी की भी पूरी व्यवस्था की गई है और घाट की दीवारों का रंग रोगन किया गया है. इतना ही नहीं, एमसीडी कर्मियों द्वारा मच्छरों की रोकथाम के लिए फॉगिंग कराई जा रही है. आईटीओ छठ घाट पूजा समिति के अध्यक्ष बृजेश पांडे ने कहा कि छठ घाट का काम लगभग 90 प्रतिशत तक पूरा हो गया है.
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उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है, जिन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है. कोई भी श्रद्धालु यमुना की तरफ न पहुंचे इसलिए एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए पहले ही उस एरिया को ढक दिया गया है. पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से लाइट, टेंट और सफाई की व्यवस्था की गई है.
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