नई दिल्ली: गर्मी बढ़ने के साथ ही आगजनी की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही है. तेज तापमान के बीच मामूली चिंगारी भी आग का बड़ा कारण बन जाती है. बीते मंगलवार को आग लगने की सबसे अधिक 145 कॉल आई. दमकल निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि आग की घटनाओं को लेकर जहां दमकल तैयार है तो वहीं लोगों को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
ये देखने में आया है कि आग लगने की 20 फीसदी घटनाओं का कारण शार्ट-सर्किट है. इसलिए सबसे पहले लोगों को अपने इलेक्ट्रिक उपकरणों एवं वायरिंग की जांच करवा लेनी चाहिए.
एसी को बिना सर्विस न चलाएं
निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि गर्मियों में आग लगने का सबसे बड़ा कारण इलेक्ट्रिकल सामान होता है. इसमें भी 10 फीसदी से ज्यादा आग की घटनाओं का कारण केवल एसी होता है. लोग लगातार एसी चलाते हैं जिसमें गर्मी के चलते शार्ट-सर्किट हो जाता है. काफी लोग अपने एसी की सर्विस नहीं करवाते जो खतरनाक हो सकता है.
इसके अलावा लोग मकान की वायरिंग का लोड नहीं जांचते. घर में बिजली की तार की लोड क्षमता की जांच अवश्य करवानी चाहिए. समय के साथ उसकी क्षमता कम होती जाती है.
छत पर ना रखें ज्वलनशील सामान
निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि गर्मी में आग लगने का एक कारण मकान की छत या किसी अन्य जगह पर रखा कूड़ा-कचरा या ज्वलनशील पदार्थ होता है. तेज धूप के चलते तापमान काफी बढ़ा होता है. ऐसे में एक मामूली सी चिंगारी आग लगाने के लिए काफी होती है. लोगों को ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अपनी छत को साफ रखना चाहिए.
कई बार झुग्गियों में आग लगने के मामले भी इसी वजह से होते हैं. कच्ची छत धूप की वजह से गर्म रहती है, ऐसे में खाना बनाने के दौरान निकली एक चिंगारी आग पकड़ लेती है.
दमकल पूरी तरह से है तैयार
अतुल गर्ग ने बताया कि गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने के मामले तेजी से बढ़ने लग जाते हैं. तापमान अधिक होने की वजह से एक मामूली चिंगारी भी आग लगाने के लिए काफी होती है. इसे ध्यान में रखते हुए दमकल ने अपनी तैयारी कर ली है. सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
गाड़ियों की जांच करवाने के साथ ही उनकी मरम्मत करवा ली गई है. आग बुझाने के उपकरण एवं सभी केमिकल खरीदे जा चुके हैं.