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राम मंदिर के उद्द्घाटन से देश में 50 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान : CAIT

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 28, 2023, 1:19 PM IST

Updated : Dec 28, 2023, 2:03 PM IST

inauguration of ram temple in ayodhya: ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि अयोध्या धाम में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का दिन हर लिहाज से ऐतिहासिक बनने जा रहा है. क्योंकि उत्साह देश भर के लोगों में दिखाई दे रहा है, उसने देश के सभी राज्यों में व्यापार के बड़े अवसर दिखाई दे रहा हैं.

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नई दिल्ली: आगामी 22 जनवरी को अयोध्या धाम में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का दिन हर लिहाज से ऐतिहासिक बनने जा रहा है, जिसके लिये देश भर में सभी वर्गों के लोगों में बेहद उत्साह और उमंग दिखाई दे रही है. यही कारण है कि राम मंदिर की ये तारीख देश में आगामी महीने में लगभग 50 हजार करोड़ से अधिक के अतिरिक्त व्यापार का सृजन करेगी. देश में इस अतिरिक्त व्यापार की मांग को पूरा करने के लिए सभी राज्यों में व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां कर ली हैं. यह बतें कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कही. साथ ही उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि सनातन अर्थव्यवस्था की जड़ें भारत में बहुत गहरी हैं.

प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि 22 जनवरी को 'राम राज्य दिवस' के रूप में घोषित किया जाए. क्योंकि राम भारत की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता एवं मर्यादा के प्रतीक हैं और राम का राज सही अर्थों में इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं का साक्षात दर्शन है. उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर देश भर में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर जिस अभियान को 1 जनवरी से चलाने की घोषणा की गई है और जो उत्साह देश भर के लोगों में दिखाई दे रहा है, उसने देश के सभी राज्यों में व्यापार के बड़े अवसर दिखाई दे रहा हैं. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी जनवरी के महीने में 50 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होगा.

ये भी पढ़ें : कुश्ती की लड़ाई में पद्म सम्मान को फुटपाथ पर रखना बेहद शर्मनाक कृत्य : CAIT

खंडेलवाल ने बताया कि देश के सभी बाज़ारों में बड़ी मात्रा में राम ध्वज, राम अंग्वस्त्र सहित राम के चित्र से अंकित मालाएं, लाकेट, चाबी के चले, राम दरबार के चित्र, राम मंदिर के मॉडल के चित्र, सजावटी लटकनें, कड़े सहित अनेक प्रकार का सामान उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में विशेष रूप से राम मंदिर के मॉडल की मांग बहुत अधिक है और यह मॉडल हार्डबोर्ड, पाइनवुड, लकड़ी आदि अन्य सामान से विभिन्न साइज़ों में बनाये जा रहे हैं. इन मॉडल को बनाने में बड़ी संख्या में महिलाओं को रोज़गार मिल रहा है. वहीं सभी राज्यों में स्थानीय कारीगरों, कलाकारों एवं हाथ से काम करने वाले लोगों को भी बड़ा व्यापार मिल रहा है. राम मंदिर का यह दिन देश में व्यापार के साथ साथ रोज़गार के नये अवसर भी पैदा कर रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि बड़ी संख्या में कुर्ते, टी शर्ट एवं अन्य वस्त्र भी तैयार किए जा रहे हैं, जिन पर राम मंदिर के मॉडल की हाथ से कढ़ाई हो रही है या फिर छपाई हो रही है. खास बात यह है कि मूल रूप से कुर्ते बनाने में खादी का उपयोग हो रहा है.

खंडेलवाल ने बताया कि 22 जनवरी को देश भर में दिवाली मनाये जाने के आह्वान को देखते हुए मिट्टी की दिये, रंगोली बनाने हेतु विभिन्न रंग, फूलों की सजावट के लिए फूल तथा बाज़ारों एवं घरों में रोशनी करने हेतु बिजली के सामान को उपलब्ध कराने वाले वर्ग को भी बड़ा व्यापार मिलने की संभावना है.

ये भी पढ़ें : 'वेड इन इंडिया' आह्वान देश की अर्थव्यवस्था एवं व्यापार को करेगा मजबूत: CAIT

नई दिल्ली: आगामी 22 जनवरी को अयोध्या धाम में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का दिन हर लिहाज से ऐतिहासिक बनने जा रहा है, जिसके लिये देश भर में सभी वर्गों के लोगों में बेहद उत्साह और उमंग दिखाई दे रही है. यही कारण है कि राम मंदिर की ये तारीख देश में आगामी महीने में लगभग 50 हजार करोड़ से अधिक के अतिरिक्त व्यापार का सृजन करेगी. देश में इस अतिरिक्त व्यापार की मांग को पूरा करने के लिए सभी राज्यों में व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां कर ली हैं. यह बतें कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कही. साथ ही उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि सनातन अर्थव्यवस्था की जड़ें भारत में बहुत गहरी हैं.

प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि 22 जनवरी को 'राम राज्य दिवस' के रूप में घोषित किया जाए. क्योंकि राम भारत की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता एवं मर्यादा के प्रतीक हैं और राम का राज सही अर्थों में इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं का साक्षात दर्शन है. उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर देश भर में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर जिस अभियान को 1 जनवरी से चलाने की घोषणा की गई है और जो उत्साह देश भर के लोगों में दिखाई दे रहा है, उसने देश के सभी राज्यों में व्यापार के बड़े अवसर दिखाई दे रहा हैं. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी जनवरी के महीने में 50 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होगा.

ये भी पढ़ें : कुश्ती की लड़ाई में पद्म सम्मान को फुटपाथ पर रखना बेहद शर्मनाक कृत्य : CAIT

खंडेलवाल ने बताया कि देश के सभी बाज़ारों में बड़ी मात्रा में राम ध्वज, राम अंग्वस्त्र सहित राम के चित्र से अंकित मालाएं, लाकेट, चाबी के चले, राम दरबार के चित्र, राम मंदिर के मॉडल के चित्र, सजावटी लटकनें, कड़े सहित अनेक प्रकार का सामान उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में विशेष रूप से राम मंदिर के मॉडल की मांग बहुत अधिक है और यह मॉडल हार्डबोर्ड, पाइनवुड, लकड़ी आदि अन्य सामान से विभिन्न साइज़ों में बनाये जा रहे हैं. इन मॉडल को बनाने में बड़ी संख्या में महिलाओं को रोज़गार मिल रहा है. वहीं सभी राज्यों में स्थानीय कारीगरों, कलाकारों एवं हाथ से काम करने वाले लोगों को भी बड़ा व्यापार मिल रहा है. राम मंदिर का यह दिन देश में व्यापार के साथ साथ रोज़गार के नये अवसर भी पैदा कर रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि बड़ी संख्या में कुर्ते, टी शर्ट एवं अन्य वस्त्र भी तैयार किए जा रहे हैं, जिन पर राम मंदिर के मॉडल की हाथ से कढ़ाई हो रही है या फिर छपाई हो रही है. खास बात यह है कि मूल रूप से कुर्ते बनाने में खादी का उपयोग हो रहा है.

खंडेलवाल ने बताया कि 22 जनवरी को देश भर में दिवाली मनाये जाने के आह्वान को देखते हुए मिट्टी की दिये, रंगोली बनाने हेतु विभिन्न रंग, फूलों की सजावट के लिए फूल तथा बाज़ारों एवं घरों में रोशनी करने हेतु बिजली के सामान को उपलब्ध कराने वाले वर्ग को भी बड़ा व्यापार मिलने की संभावना है.

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Last Updated : Dec 28, 2023, 2:03 PM IST
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