नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. वाहनों से निकलने वाले धुएं से दिल्ली में करीब 35 प्रतिशत प्रदूषण हो रहा है. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू होने के बाद दिल्ली में परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस अलर्ट हो गई है. पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसीसी) न होने पर पुलिस द्वारा 28471 वाहनों का चालान काटा गया.
10 हजार रूपए का चालान: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में कहा कि 1 अक्टूबर को ग्रैप लागू होने के बाद परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में गाड़ियों का पीयूसीसी जांचने का काम किया. पीयूसीसी ना होने पर 28471 वाहनों का चालान काटा गया. पीयूसीसी न होने पर हर गाड़ी का 10000 का चालान काटा गया. प्रदूषण के रोकथाम के लिए बिना पीयूसीसी के चल रहे वाहनों का चालान काटने का अभियान जारी रहेगा. साथ ही लोगों से भी अपील की जा रही है कि वह अपने वाहनों के प्रदूषण की जांच अवश्य कराएं. कुल आंकड़ों की बात करें तो 28 करोड़ 47 लाख 10 हजार रुपये का चालान काटा गया है. गाड़ियों से प्रदूषण रोकने को लेकर पूरी दिल्ली में 385 टीमें काम कर रही हैं.
ये भी पढ़ें: Air Pollution In Delhi: मुख्य न्यायाधीश ने प्रदूषण को लेकर जताई चिंता, कहा-आज मॉर्निंग वॉक पर नहीं जा सका
74 लाख का जुर्माना: दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से एंटी डस्ट अभियान चलाया जा रहा है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक इस अभियान के तहत 12769 साइटों का निरीक्षण किया गया. कुल 324 जगह नियमों का उल्लंघन पाया गया. लगभग 74 लाख रुपये का फाइन लगाया गया. ग्रीन दिल्ली एप पर 3 अक्टूबर से 6 नवंबर तक प्रदूषण से जुड़ी हुई 1646 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 1581 शिकायतों का निस्तारण किया गया यानी 96 प्रतिशत शिकायतों पर काम किया गया.
ये भी पढ़ें: Pollution In Delhi: दिल्ली में 13 से 20 नवंबर तक लागू होगा ऑड-ईवन रूल, जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जा सकती है सख्ती