नई दिल्ली: आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इसे एलोपैथी और आयुर्वेद का मिश्रण यानी मिक्सोपैथी करार दे रहा है. जिसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से लगातार आवाज उठाई जा रही है और इसका विरोध किया जा रहा है. अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि आने वाले 7 अप्रैल पर 'वर्ल्ड हेल्थ डे' के मौके पर mixopathy को लेकर लोगों के बीच अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
जनता का होगा नुकसान
डॉक्टर ने कहा कि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन की तरफ से जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है. वह सरकार के इस फैसले को और ज्यादा परेशान करने वाला है, क्योंकि यदि आयुर्वेद के डॉक्टर सर्जरी कर रहे हैं सरकार उन्हें सर्जन की उपाधि दे रही है तो आयुर्वेद में ही दी जाए ना कि एलोपैथी में, क्योंकि इससे जनता का नुकसान होगा.