नई दिल्लीः दिल्ली के बस अड्डों पर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसें लंबे समय तक खड़ी रहती हैं. ऐसे में रूट पर कई बार यात्रियों को समय से बस नहीं मिलती है. लेकिन अब दिल्ली ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डीटीआइडीसी) ने चालकों व परिचालकों की मनमर्जी पर अंकुश लगाने की तैयारी कर ली है. आनंद विहार बस अड्डे पर इंटर स्टेट बसों की तरह 70 मिनट से अधिक समय खड़ी होने वाली डीटीसी या क्लस्टर बसों शुल्क लिया जाएगा.
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डीटीआईडीसी के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इसी महीने के अंत तक इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा. इससे ज्यादातर बसें समय से सड़क पर उतर जाएंगी तो यात्रियों को भी समय से रूट पर बसें मिलेंगी. जो बसें ज्यादा देर तक खड़ी होंगी उनसे डीटीडीआईसी को कमाई भी होगी. बसें ज्यादा देर तक बस अड्डे पर नहीं खड़ी होंगी तो बस अड्डा खाली रहेगा. अधिकारियों के मुताबिक आनंद विहार के बाद यह व्यवस्था कश्मीरी गेट और सराय काले खां बस अड्डे पर भी लागू की जाएगी.
वर्तमान स्थिति के अनुसार आनंद विहार बस अड्डे से नियमित करीब 2200 बसों का संचालन होता है. 800 बसें दूसरे राज्यों की होती हैं. डीटीसी और क्लस्टर की 1400 बसें चलती हैं. सभी बसों पर जीएसटी समेत 590 रुपये स्टैंड फीस ली जाती है. इंटर स्टेट बसें शुल्क देने के बावजूद भी 70 मिनट से ज्यादा बस अड्डे के परिसर में खड़ी नहीं हो सकतीं हैं.
इससे ज्यादा समय तक बस खड़ी करने पर और ज्यादा शुल्क देना पड़ता है लेकिन डीटीसी व क्लस्टर बसों के लिए समयसीमा नहीं निर्धारित की गई थी. लंबे समय तक डीटीसी की बसों के खड़े रहने से प्लेटफार्म पर जगह नहीं बचती है.
बसें खड़ा करने पर शुल्क की दरेः
समय | शुल्क |
0 से 30 मिनट | 550 |
31 से 60 मिनट | 650 |
61 से 120 मिनट | 850 |
120 मिनट से अधिक | 1000 |
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