नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी से बुरी तरह हारने के बाद भाजपा जब मेयर चुनाव में भी अपना सूपड़ा साफ़ होते देख रही है तो बेईमानी और गुंडागर्दी पर उतर आई है. सदन छोड़ के भागने लगी है. मेयर चुनाव के दौरान आज एक बार फिर भाजपा के पार्षदों ने सदन में हंगामा किया और भाजपा की प्रोटेम स्पीकर ने सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया. अगर भाजपा में हिम्मत है तो वह अपनी हार स्वीकार करे. अगर भाजपा वाले लोकतंत्र और संविधान में थोड़ा भी यकीन रखते हैं तो इस बात को स्वीकार करें कि दिल्ली कि जनता ने उन्हें हरा दिया है.
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उन्होंने कहा कि पहले तो हार के डर से भाजपा एमसीडी चुनावों को टालती रही उससे दूर भागती रही. जब चुनाव हुआ और जनता ने इन्हें हरा दिया तो अब ये मेयर के चुनाव से दूर भाग रहे हैं. भाजपा लोकतंत्र का सम्मान करे और उनमें हिम्मत है तो आज ही मेयर का चुनाव करवाए.आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद, विधायक और सांसद सदस्य सदन में बैठे हैं. सदन द्वारा इस मीटिंग को तुरंत वापस बुलाया जाए और आज ही मेयर का चुनाव करवाया जाए.
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की जनता ने एमसीडी में भाजपा के 15 सालों के कुशासन से परेशान होकर उनका सूपड़ा साफ़ किया और आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया. लेकिन भाजपा नगर निगम को असंवैधानिक तरीके से अपने कंट्रोल में रखने के लिए लोकतंत्र और संविधान का गला घोंट रही है. कहा कि, मैं आज भाजपा से कहना चाहता हूँ कि यदि हिम्मत है तो अपनी हार स्वीकार करें और अब ये मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव होने दें. सिसोदिया ने कहा कि आज आप के पार्षदों ने सदन में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लिया. सभी चाहते थे कि मेयर के चुनाव होने चाहिए. आप के सारे पार्षद शांतिपूर्ण तरीके से पूरी प्रक्रिया के दौरान बैठे रहे. लेकिन भाजपा ने जान बूझकर अपने पार्षदों से हंगामा करवाया और पहले 15 मिनट के लिए सदन को स्थगित करवाया और उसके बाद प्रोटेम ऑफिसर ने आकर अनिश्चित काल के लिए सदन स्थगित कर दिया. इससे साफ़ है कि भाजपा चुनाव से भाग रही है.