नई दिल्ली: देशभर में कई बैंक ऐसे एटीएम कार्ड लेकर आये हैं जिनका इस्तेमाल छोटे ट्रांजेक्शन के लिए बिना ओटीपी किया जा सकता है. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (ICAI) के पदाधिकारी राजीव गुप्ता ने बताया कि अब इनका भी दुरुपयोग होने लगा है. उन्होंने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी.
बता दें कि बैंक नये एटीएम कार्ड लेकर आये हैं. इनसे दो हजार रुपये तक के ट्रांजेक्शन में ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती. ऐसे कार्ड को केवल मशीन पर टच कर अमाउंट डालना होता है. चंद सेकेंड में ये रकम बैंक खाते से कट जाती है. बैंक ये कार्ड सुविधा के लिए लाए थे, ताकि जालसाज छोटे ट्रांजेक्शन के दौरान ओटीपी या पासवर्ड न देख सकें. हालांकि अब इसका भी दुरुपयोग होने लगा है.
जेब में कार्ड, निकल गई रकम !
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के पदाधिकारी राजीव गुप्ता ने बताया कि हाल ही में ऐसा मामला सामने आया है जब जेब में एटीएम कार्ड रखा हुआ था और पीछे से मशीन लगाकर उससे दो हजार रुपये निकाल लिए गए. ये इसलिए संभव हुआ क्योंकि दो हजार से कम के ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी की आवश्यकता ही नहीं है.
उस शख्स को पता भी नहीं लगा कि उसके कार्ड से ट्रांजेक्शन हो गया. इस तरह की एटीएम ठगी के मामले की अभी शुरुआत है जो भविष्य में धीरे-धीरे बढ़ने लगेंगे.
राजीव गुप्ता ने कहा-
तकनीक जिस तरीके से आ रही है उसके साथ ही दुरुपयोग को रोकने का भी काम करना होगा. जब कभी तकनीक को लोगों के बीच लाया जाए तो उससे पहले इस बात का अच्छे से पता कर लेना चाहिए कि इसके क्या दुरुपयोग हो सकते हैं. इन दुरुपयोगों को रोकने का प्रयास किया जाए और इसके बाद ही लोगों के पास इस तरह की तकनीक दी जाए. इससे ठगी के मामलों में काफी कमी आएगी.