नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: मेट्रो और फ्लैट की रजिस्ट्री की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. फ्लैट रजिस्ट्री के मुद्दे को लेकर लोग लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो प्रोजेक्ट रद्द करने के बाद निवासियों का गुस्सा चरम पर है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित मूर्ति चौराहे पर लोग लगातार प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.
प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 207 बिल्डर परियोजनाएं हैं, 88 सोसायटी स्थापित की गई हैं. इन सोसायटियों में ढाई लाख से अधिक परिवार रह रहे हैं. यहां करीब 150 गांव हैं. जहां भी लगभग इतनी ही संख्या में परिवार हैं. शहर के पूरी तरह बसने के बाद आबादी दोगुनी हो जायेगी. लोगों का आरोप है कि बिल्डर और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने उन्हें मेट्रो प्लांट बताकर फ्लैट बेच दिए. मेट्रो की मंजूरी दो बार अटक चुकी है.
सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है: अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का ये भी आरोप है कि परिवहन को लेकर कोई संसाधन नहीं है. आए दिन लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. मेट्रो के बिना अब शहर में सफर करना काफी मुश्किल हो गया है. सड़कों पर वाहनों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. हर दिन लोगों को घंटों जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन: प्रदर्शन में शामिल हुए सत्यजीत चटर्जी ने बताया कि उन्होंने बैंक से लोन लेकर इको विलेज सोसायटी में उन्होंने फ्लैट खरीदा था. लेकिन 7 साल बीत जाने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं हुई है. पूरा पैसा जमा करने के बाद भी बिल्डर द्वारा फ्लैट व प्लॉट नहीं दिया जा रहा है. वहीं जिनको फ्लैट मिल गया है उन प्लेटो की रजिस्ट्री नहीं की जा रही. जिस कारण फ्लैट मालिक को मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है. यहां लोग कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन इन लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है. लोगों ने चेतावनी दी कि जब तक मेट्रो की मांग नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.