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ग्रेटर नोएडा में तीन छात्राओं को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर, एक गंभीर - तीन छात्राओं को टक्कर मारने का मामला

ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 में कार सवार ने बीटेक की तीन छात्राओं को टक्कर मारने का मामला सामने आया है. इस हादसे में तीनों छात्राओं को चोट लगी हैं. बीटेक फाइनल ईयर की एक छात्रा कोमा में है. वह बिहार की रहने वाली है.

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ग्रेटर नोएडा हादसा मामला
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Published : Jan 3, 2023, 3:41 PM IST

छात्राओं को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर

नई दिल्ली/नोएडा : ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 में 31 दिसंबर देर शाम एक अज्ञात कार सवार ने तीन स्टूडेंट को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें तीनों छात्रा बुरी तरह से घायल हो गईं. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर दो की स्थिति सामान्य है. वहीं, बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा की स्थिति गंभीर बनी हुई है. इलाज के दौरान छात्रा कोमा में है.

जीएनआईओटी कॉलेज की बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी बिहार के पटना निवासी है, जीएनआईओटी कॉलेज की थर्ड ईयर की छात्रा हरसोनी डोडा अरुणाचल निवासी है और शारदा यूनिवर्सिटी की छात्र अजनबा मणिपुर निवासी है. ये सभी 31 दिसंबर की देर शाम लगभग 9 बजे सेक्टर अल्फा 2 बस स्टैंड से सेक्टर डेल्टा के लिए जा रही थी. तभी तेज रफ्तार कार ने तीनों को जोरदार टक्कर मारी. तीनों स्टूडेंट्स घायल होकर गिर गई और कार सवार मौके से फरार हो गया.

घटना के बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल तीनों छात्रा को नजदीकी कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर बिहार की रहने वाली स्वीटी की स्थिति नाजुक बनी हुई है. इलाज के दौरान स्वीटी कोमा में चली गई है. वहीं उसके दो अन्य साथी अजनबा व हरसोनी डोडा की स्थिति सामान्य है.

घायल छात्रा का आर्थिक स्थिति

घायल छात्रा के साथी आशीर्वाद मणि त्रिपाठी ने बताया कि स्वीटी की स्थिति बहुत नाजुक है. उसको कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां पर उसका इलाज चल रहा है. स्वीटी के परिवार वाले आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है और इलाज का खर्चा उठाना उसके लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. स्वीटी के पिता बिहार में दूसरे की जमीन पर खेती करते हैं. ऐसे में कैलाश अस्पताल का खर्च उठाना उनके लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. उन्होंने अन्य लोगों से मदद की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें : दिल्ली कंझावला केस: अंतिम संस्कार से पहले छावनी में तब्दील हुआ शमशान घाट, भीम आर्मी चीफ रावण परिजनों से मिले

छात्र डोनेशन की लगा रहे हैं गुहार

आशीर्वाद मणि त्रिपाठी ने बताया कि हम लगभग 50 छात्र है, जो स्वीटी के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं. लोगों से डोनेशन की अपील कर रहे हैं, लेकिन अभी तक डोनेशन से 100000 रुपये ही इकट्ठा हो पाया है. जबकि हॉस्पिटल का 200000 रुपये से अधिक रोजाना का खर्च है. इसके लिए लोगों से मदद की अपील कर रहे हैं.

हादसे के बाद कार सवार मौके से फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है. छात्रों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करा दिया है. लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस आरोपियों को तलाश नहीं कर पाई है. हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें : दिल्ली कंझावला केसः मृतका के साथ थी उसकी सहेली, हादसे के पहले होटल में हुआ था झगड़ा

छात्राओं को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर

नई दिल्ली/नोएडा : ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 में 31 दिसंबर देर शाम एक अज्ञात कार सवार ने तीन स्टूडेंट को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें तीनों छात्रा बुरी तरह से घायल हो गईं. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर दो की स्थिति सामान्य है. वहीं, बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा की स्थिति गंभीर बनी हुई है. इलाज के दौरान छात्रा कोमा में है.

जीएनआईओटी कॉलेज की बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी बिहार के पटना निवासी है, जीएनआईओटी कॉलेज की थर्ड ईयर की छात्रा हरसोनी डोडा अरुणाचल निवासी है और शारदा यूनिवर्सिटी की छात्र अजनबा मणिपुर निवासी है. ये सभी 31 दिसंबर की देर शाम लगभग 9 बजे सेक्टर अल्फा 2 बस स्टैंड से सेक्टर डेल्टा के लिए जा रही थी. तभी तेज रफ्तार कार ने तीनों को जोरदार टक्कर मारी. तीनों स्टूडेंट्स घायल होकर गिर गई और कार सवार मौके से फरार हो गया.

घटना के बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल तीनों छात्रा को नजदीकी कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर बिहार की रहने वाली स्वीटी की स्थिति नाजुक बनी हुई है. इलाज के दौरान स्वीटी कोमा में चली गई है. वहीं उसके दो अन्य साथी अजनबा व हरसोनी डोडा की स्थिति सामान्य है.

घायल छात्रा का आर्थिक स्थिति

घायल छात्रा के साथी आशीर्वाद मणि त्रिपाठी ने बताया कि स्वीटी की स्थिति बहुत नाजुक है. उसको कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां पर उसका इलाज चल रहा है. स्वीटी के परिवार वाले आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है और इलाज का खर्चा उठाना उसके लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. स्वीटी के पिता बिहार में दूसरे की जमीन पर खेती करते हैं. ऐसे में कैलाश अस्पताल का खर्च उठाना उनके लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. उन्होंने अन्य लोगों से मदद की गुहार लगाई है.

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छात्र डोनेशन की लगा रहे हैं गुहार

आशीर्वाद मणि त्रिपाठी ने बताया कि हम लगभग 50 छात्र है, जो स्वीटी के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं. लोगों से डोनेशन की अपील कर रहे हैं, लेकिन अभी तक डोनेशन से 100000 रुपये ही इकट्ठा हो पाया है. जबकि हॉस्पिटल का 200000 रुपये से अधिक रोजाना का खर्च है. इसके लिए लोगों से मदद की अपील कर रहे हैं.

हादसे के बाद कार सवार मौके से फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है. छात्रों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करा दिया है. लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस आरोपियों को तलाश नहीं कर पाई है. हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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