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Elvish Yadav Case: पांचों आरोपियों की रिमांड को लेकर सुनवाई पूरी, फैसला बुधवार को - Fast Track Court located in Surajpur

मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव के मामले में जेल भेजे गए पांचों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड को लेकर मंगलवार को सूरजपुर स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया. मामले में बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा. Elvish Yadav Case

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 7, 2023, 9:43 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता एल्विश यादव प्रकरण में जेल भेजे गए पांचों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड को लेकर मंगलवार को सूरजपुर स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया. बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा. अपर पुलिस आयुक्त आनंद कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है. इस मामले में नोएडा पुलिस की ओर से आरोपियों की 14 दिन की रिमांड मांगी गई है.

आरोपियों से पूछे जाने वाले सवालों की सूची पुलिस ने मंगलवार को ही तैयार कर ली है. रिमांड के दौरान आरोपियों को उन स्थानों पर भी लेकर जाया जाएगा, जिन स्थानों का जिक्र शिकायतकर्ता की एफआईआर और वायरल ऑडियो में है. इससे पहले पुलिस ने जेल जाकर आरोपियों का बयान दर्ज किया था. बयान को आधार बनाकर पुलिस ने रिमांड मांगी है. नोएडा पुलिस ने बीते शुक्रवार को बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ रेव पार्टी आयोजित करने, उसमें सांपों का जहर सप्लाई करने और विदेशी लड़कियों उपलब्ध कराने का केस दर्ज किया था.

मामले को लेकर कमिश्नरेट के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार रात दो बजे तक बैठक की. इसके बाद जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस की कुल सात टीमें अब एल्विश मामले में उतार दी गई है. इसमें सर्विलांस और मैनुअल टीम भी शामिल हैं.

वीडियो ने बढ़ाई परेशानी

मामले के तूल पकड़ने के बाद अब नोएडा पुलिस भी किसी प्रकार की ढील देने के मूड में नहीं है. एल्विश ने अब तक सांपों के साथ जितने भी वीडियो बनाए हैं पुलिस काफी बारीकी से उनको खंगाल रही है. एक वरिष्ठ अधिवक्ता के मुताबिक वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में किसी को भी सांपों के साथ खेलने और उसे पालने का अधिकार नहीं है. विशेष समुदाय के लोगों को कुछ रियायत इसमें दी गई है, पर इसके लिए उन्हें लाइसेंस लेना होता है. सांपों के साथ खेलने पर भी सजा का प्रावधान है. नोएडा पुलिस ने भी इसे आधार बनाकर जांच को रफ्तार दे दी है. एल्विश की मुश्किलें इससे बढ़ना तय है.

अगले सप्ताह नोएडा आ सकता है एल्विश

अधिकारियों की मानें तो पूछताछ के लिए अगले सप्ताह एल्विश नोएडा आ सकता है. नोटिस में पुलिस से अतिशीघ्र संपर्क करने के लिए कहा गया है. पूछताछ के दौरान पुलिस सांप, जहर, रेव पार्टी, राहुल से संबंध समेत कई ऐसे सवालों पर एल्विश को घेरेगी जो अब तक पहेली बने हुए हैं. राहुल और एल्विश की कितनी बार बात हुई, इसका पूरा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लग भी गई है.

एल्विश के विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट को भी बारीकी से खंगाला जा रहा है. नोएडा पुलिस दीपावली के आसपास मामले को लेकर सनसनीखेज खुलासा कर सकती है. नोटिस अगर एल्विस यादव नहीं रिसीव करते हैं तो उनके किसी ब्लड रिलेशन वाले को सौंप जाएगी.

सांपों को छोड़ा गया जंगल में

वन विभाग के DFO प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि जहरीले सांपों को सूरजपुर स्थित वेटलैंड में छोड़ दिया गया है. जंगल ही असल में सांपों के रहने का स्थान है. कोई भी व्यक्ति किसी भी सांप को पकड़कर नहीं रख सकता है. बरामद नौ सांपों का मंगलवार को वन विभाग के डाक्टरों ने मेडिकल टेस्ट किया था. दरअसल, ये सभी सांप एल्विश यादव मामले का अहम सबूत हैं. इस कारण सभी सांपों का मेडिकल परीक्षण करना जरूरी था. वन विभाग ने अदालत के सामने सांपों को छोड़ने की अर्जी पेश की थी. अदालत के आदेश पर सभी सांप जगल में छोड़ दिए गए.

ये भी पढ़ें: Elvish Yadav Case: कानून के तहत नहीं हो सकती एल्विश यादव की गिरफ्तारी: अधिवक्ता देवेंद्र राहुल

ये भी पढ़ें: Elvish Yadav Case: नोएडा थाना सेक्टर 20 को ट्रांसफर किया गया केस, इंस्पेक्टर लेवल के अधिकारी करेंगे जांच

ये भी पढ़ें: Elvish Yadav Case: लापरवाही बरतने को लेकर नोएडा पुलिस कमिश्नर ने सेक्टर 49 थानाध्यक्ष को किया लाइन हाजिर

नई दिल्ली/नोएडा: बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता एल्विश यादव प्रकरण में जेल भेजे गए पांचों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड को लेकर मंगलवार को सूरजपुर स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया. बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा. अपर पुलिस आयुक्त आनंद कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है. इस मामले में नोएडा पुलिस की ओर से आरोपियों की 14 दिन की रिमांड मांगी गई है.

आरोपियों से पूछे जाने वाले सवालों की सूची पुलिस ने मंगलवार को ही तैयार कर ली है. रिमांड के दौरान आरोपियों को उन स्थानों पर भी लेकर जाया जाएगा, जिन स्थानों का जिक्र शिकायतकर्ता की एफआईआर और वायरल ऑडियो में है. इससे पहले पुलिस ने जेल जाकर आरोपियों का बयान दर्ज किया था. बयान को आधार बनाकर पुलिस ने रिमांड मांगी है. नोएडा पुलिस ने बीते शुक्रवार को बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ रेव पार्टी आयोजित करने, उसमें सांपों का जहर सप्लाई करने और विदेशी लड़कियों उपलब्ध कराने का केस दर्ज किया था.

मामले को लेकर कमिश्नरेट के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार रात दो बजे तक बैठक की. इसके बाद जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस की कुल सात टीमें अब एल्विश मामले में उतार दी गई है. इसमें सर्विलांस और मैनुअल टीम भी शामिल हैं.

वीडियो ने बढ़ाई परेशानी

मामले के तूल पकड़ने के बाद अब नोएडा पुलिस भी किसी प्रकार की ढील देने के मूड में नहीं है. एल्विश ने अब तक सांपों के साथ जितने भी वीडियो बनाए हैं पुलिस काफी बारीकी से उनको खंगाल रही है. एक वरिष्ठ अधिवक्ता के मुताबिक वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में किसी को भी सांपों के साथ खेलने और उसे पालने का अधिकार नहीं है. विशेष समुदाय के लोगों को कुछ रियायत इसमें दी गई है, पर इसके लिए उन्हें लाइसेंस लेना होता है. सांपों के साथ खेलने पर भी सजा का प्रावधान है. नोएडा पुलिस ने भी इसे आधार बनाकर जांच को रफ्तार दे दी है. एल्विश की मुश्किलें इससे बढ़ना तय है.

अगले सप्ताह नोएडा आ सकता है एल्विश

अधिकारियों की मानें तो पूछताछ के लिए अगले सप्ताह एल्विश नोएडा आ सकता है. नोटिस में पुलिस से अतिशीघ्र संपर्क करने के लिए कहा गया है. पूछताछ के दौरान पुलिस सांप, जहर, रेव पार्टी, राहुल से संबंध समेत कई ऐसे सवालों पर एल्विश को घेरेगी जो अब तक पहेली बने हुए हैं. राहुल और एल्विश की कितनी बार बात हुई, इसका पूरा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लग भी गई है.

एल्विश के विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट को भी बारीकी से खंगाला जा रहा है. नोएडा पुलिस दीपावली के आसपास मामले को लेकर सनसनीखेज खुलासा कर सकती है. नोटिस अगर एल्विस यादव नहीं रिसीव करते हैं तो उनके किसी ब्लड रिलेशन वाले को सौंप जाएगी.

सांपों को छोड़ा गया जंगल में

वन विभाग के DFO प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि जहरीले सांपों को सूरजपुर स्थित वेटलैंड में छोड़ दिया गया है. जंगल ही असल में सांपों के रहने का स्थान है. कोई भी व्यक्ति किसी भी सांप को पकड़कर नहीं रख सकता है. बरामद नौ सांपों का मंगलवार को वन विभाग के डाक्टरों ने मेडिकल टेस्ट किया था. दरअसल, ये सभी सांप एल्विश यादव मामले का अहम सबूत हैं. इस कारण सभी सांपों का मेडिकल परीक्षण करना जरूरी था. वन विभाग ने अदालत के सामने सांपों को छोड़ने की अर्जी पेश की थी. अदालत के आदेश पर सभी सांप जगल में छोड़ दिए गए.

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