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केजरीवाल के करिश्मे से खुश गांव वाले, कहा- गर्व से हुआ सीना चौड़ा - सिवानी गांव में जश्न

अरविंद केजरीवाल की तीसरी बार जीत से गांव में खुशी का माहौल है. हालांकि केजरीवाल उस गांव में नहीं रहते, लेकिन वहां का हर ग्रामीण टीवी पर सुबह से डटा रहा और हर बढ़त पर खुशी मनाई.

Arvind Kejriwal
अरविंद केजरीवाल का गांव
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Published : Feb 11, 2020, 11:53 PM IST

नई दिल्ली: हरियाणा का भिवानी जिला राजनीति का गढ़ रहा है. भिवानी जिले में जन्मे चार लोग सीएम बन चुके हैं. इनमें चौधरी बंसीलाल, मास्टर हुक्म सिंह और बीडी गुप्ता हरियाणा के सीएम रह चुके हैं और केजरीवाल दिल्ली के सीएम हैं. सिवानी क्षेत्र के खेड़ा गांव में जन्मे अरविंद केजरीवाल आज देश की राजनीति के सितारे बन चुके हैं. अरविंद केजरीवाल की इस उपलब्धि पर उनके गांव के लोग गर्व करते हैं.

'गर्व से हुआ सीना चौड़ा'

आज जैसे ही चुनाव परिणाम टीवी पर आने शुरू हुए तो केजरीवाल के परिजन टीवी पर निरंतर अपडेट होते परिणाम देखते रहे. उन्होंने आम आदमी पार्टी की जीत के लिए खुशी जताई.

सिवानी में पले बढ़े थे केजरीवाल

sivani village
अरविंद केजरीवाल का गांव
आज अरविंद केजरीवाल को पूरा देश जानता है, लेकिन बुहत कम लोग जानते हैं कि वो कहां जन्मे और कहां उनकी शिक्षा पूरी हुई. केजरीवाल हरियाणा राज्य की राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले भिवानी जिले में जन्मे थे. सिवानी क्षेत्र के छोटे से गांव खेड़ा में जन्मे केजरीवाल आज राजनीति के शिखर पर हैं. हालांकि आज उनका पुस्तैनी मकान खंडहर हो चुका है. केजरीवाल का ही नहीं बल्कि उनके चाचा-ताऊ के मकान भी जो साथ लगते हैं वो खंडहर हो चुके हैं. कई दशक पहले केजरीवाल के जन्म के करीब दो माह बाद ही उनके परिजन गांव से सिवानी चले गए थे.

'घर को धर्मशाला के लिए दिया दान'

sivani village
केजरीवाल की जीत से गांव में खुशी
खेड़ा गांव के लोग बताते हैं कि केजरीवाल के परिजन बहुत ही नेक इंसान थे. ग्रामीण महेन्द्र पंडीत, छत्तर सिंह, वजीर मिस्त्री ने बताया कि केजरीवाल के परिजन कई साल पहले गांव से सिवानी चले गए थे. उन्होंने अपना मकान धर्मशाला के लिए और जमीन गौचर भूमि के लिए दान दे दी थी.

'दादा के पद चिन्हों पर केजरीवाल'

sivani village
गांव के लोगों से मिलकर होते हैं खुश
महेन्द्र पंडित बताते हैं कि केजरीवाल पढ़ाई में हमेशा होशियार रहे. वो अपने दादा के पदचिन्हों पर चले, जिन्होंने हरियाणा के सीएम रहे चौधरी बंसीलाल के साथ विरोध की राजनीति की थी. गांव के लोग बताते हैं कि जब भी वो केजरीवाल के पास जाते हैं तो केजरीवाल बहुत प्यार से मिलते हैं और बड़ी इज्जत करते हैं. केजरीवाल अपने गांव के लोगों को देखकर बहुत खुश होते हैं.

'सिवानी में था कपड़ों का काम'
ग्रामीण बताते हैं कि केजरीवाल के परिजन पहले सिवानी में कपड़े की दुकान चलाते थे. गांव के सभी लोग केजरीवाल के साथ उनके परिजनों की बहुत इज्जत करते हैं. उनके चले जाने के बाद आज उनके घर खंडहर हो चुके हैं. ये मकान कभी भी गिर सकते हैं. घर के अंदर खरपतवार उगे हुए हैं.

नई दिल्ली: हरियाणा का भिवानी जिला राजनीति का गढ़ रहा है. भिवानी जिले में जन्मे चार लोग सीएम बन चुके हैं. इनमें चौधरी बंसीलाल, मास्टर हुक्म सिंह और बीडी गुप्ता हरियाणा के सीएम रह चुके हैं और केजरीवाल दिल्ली के सीएम हैं. सिवानी क्षेत्र के खेड़ा गांव में जन्मे अरविंद केजरीवाल आज देश की राजनीति के सितारे बन चुके हैं. अरविंद केजरीवाल की इस उपलब्धि पर उनके गांव के लोग गर्व करते हैं.

'गर्व से हुआ सीना चौड़ा'

आज जैसे ही चुनाव परिणाम टीवी पर आने शुरू हुए तो केजरीवाल के परिजन टीवी पर निरंतर अपडेट होते परिणाम देखते रहे. उन्होंने आम आदमी पार्टी की जीत के लिए खुशी जताई.

सिवानी में पले बढ़े थे केजरीवाल

sivani village
अरविंद केजरीवाल का गांव
आज अरविंद केजरीवाल को पूरा देश जानता है, लेकिन बुहत कम लोग जानते हैं कि वो कहां जन्मे और कहां उनकी शिक्षा पूरी हुई. केजरीवाल हरियाणा राज्य की राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले भिवानी जिले में जन्मे थे. सिवानी क्षेत्र के छोटे से गांव खेड़ा में जन्मे केजरीवाल आज राजनीति के शिखर पर हैं. हालांकि आज उनका पुस्तैनी मकान खंडहर हो चुका है. केजरीवाल का ही नहीं बल्कि उनके चाचा-ताऊ के मकान भी जो साथ लगते हैं वो खंडहर हो चुके हैं. कई दशक पहले केजरीवाल के जन्म के करीब दो माह बाद ही उनके परिजन गांव से सिवानी चले गए थे.

'घर को धर्मशाला के लिए दिया दान'

sivani village
केजरीवाल की जीत से गांव में खुशी
खेड़ा गांव के लोग बताते हैं कि केजरीवाल के परिजन बहुत ही नेक इंसान थे. ग्रामीण महेन्द्र पंडीत, छत्तर सिंह, वजीर मिस्त्री ने बताया कि केजरीवाल के परिजन कई साल पहले गांव से सिवानी चले गए थे. उन्होंने अपना मकान धर्मशाला के लिए और जमीन गौचर भूमि के लिए दान दे दी थी.

'दादा के पद चिन्हों पर केजरीवाल'

sivani village
गांव के लोगों से मिलकर होते हैं खुश
महेन्द्र पंडित बताते हैं कि केजरीवाल पढ़ाई में हमेशा होशियार रहे. वो अपने दादा के पदचिन्हों पर चले, जिन्होंने हरियाणा के सीएम रहे चौधरी बंसीलाल के साथ विरोध की राजनीति की थी. गांव के लोग बताते हैं कि जब भी वो केजरीवाल के पास जाते हैं तो केजरीवाल बहुत प्यार से मिलते हैं और बड़ी इज्जत करते हैं. केजरीवाल अपने गांव के लोगों को देखकर बहुत खुश होते हैं.

'सिवानी में था कपड़ों का काम'
ग्रामीण बताते हैं कि केजरीवाल के परिजन पहले सिवानी में कपड़े की दुकान चलाते थे. गांव के सभी लोग केजरीवाल के साथ उनके परिजनों की बहुत इज्जत करते हैं. उनके चले जाने के बाद आज उनके घर खंडहर हो चुके हैं. ये मकान कभी भी गिर सकते हैं. घर के अंदर खरपतवार उगे हुए हैं.

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