नई दिल्ली: 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा के चुनाव का 70 सीटों वाली दिल्ली के विधानसभा चुनाव पर भी असर पड़ता रहा है. इस बार भी ये साफ तौर पर दिख सकता है और साथ ही इसका प्रभाव दिल्ली में चुनाव प्रचार पर भी पड़ेगा.
दिल्ली में AAP ने लोकसभा परिणाम के बाद से ही विधानसभा के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी थी लेकिन इसकी औपचारिक शुरुआत हुई एक सितंबर को, जब पार्टी ने जनसंवाद यात्रा शुरू की. पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने इस यात्रा के दौरान 64 विधानसभाओं में लोगों से सीधे तौर पर संवाद किया.
'आपन पूर्वांचल' नाम से जनसंवाद शुरू
3 अक्टूबर को ये यात्रा खत्म हुई और 6 अक्टूबर से AAP ने पूर्वांचली वोटों पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए 'आपन पूर्वांचल' नाम से जनसंवाद शुरू कर दिया. ये आगामी 20 नवंबर तक चलना है.
वहीं, पार्टी के अंदर अभी से इसे लेकर चर्चा चल ही रही है कि अरविंद केजरीवाल को कब से जमीन पर उतारा जाए और इन्हीं पर माथापच्ची के बीच ये खबर सामने आ रही है कि केजरीवाल दिल्ली में कैंपेन शुरू करने के लिए हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम का इंतजार कर रहे हैं.
हरियाणा में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही AAP
गौरतलब है कि AAP हरियाणा में सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. हालांकि इसमें AAP का राष्ट्रीय नेतृत्व या दिल्ली नेतृत्व किसी भी तरह से इन्वॉल्व नहीं है और ये चुनाव हरियाणा के नेताओं की तरफ से ही लड़ा जा रहा है.
हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन होगा अहम
पार्टी की तरफ से इसकी जिम्मेदारी नवीन जयहिंद और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता को सौंपी गई है. लेकिन फिर भी पार्टी आलाकमान होने के नाते अरविंद केजरीवाल के लिए ये महत्वपूर्ण होगा कि हरियाणा में पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है.
'दिल्ली के चुनाव पर भी होगा असर'
दिल्ली के कई विधानसभा क्षेत्रों पर सीधे तौर पर हरियाणा का प्रभाव पड़ता है और हरियाणा का राजनीतिक माहौल भी दिल्ली के चुनाव को प्रभावित कर सकता है. इसलिए अरविंद केजरीवाल उस पर आकलन के बाद ही दिल्ली में अपने कैम्पेन की रूपरेखा तय करेंगे.
24 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव का परिणाम आएगा और 27 अक्टूबर को दीपावली है. ऐसे में माना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल दीपावली के तुरंत बाद जमीन पर उतरेंगे.