नई दिल्ली: अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर 17वें दिन भी जारी रहा. वहीं रविवार को अतिथि शिक्षकों ने नेताओं की सद्बुद्धि के लिए हवन किया. हवन करने के पिछले तर्क देते हुए ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने कहा कि अब भगवान ही इस नेताओं को सद्बुद्धि दें.
उन्होंने कहा कि पिछले 17 दिन से अधिक समय से 60 साल की पॉलिसी की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, उपराज्यपाल अनिल बैजल और अब दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यालय पर बैठे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इन सभी से 22 हज़ार परिवार की रोजी रोटी को लेकर गुहार लगा ली. लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. उन्होंने कहा कि जब कोई हमारी बात नहीं सुन रहा है तो हमारे पास एक ही चारा था कि भगवान से प्रार्थना करें, इसी को ध्यान में रखकर हवन किया गया है जिससे कि भगवान इन सभी नेताओं को सद्बुद्धि दें और 22 हजार अतिथि शिक्षकों पर उनकी नजर पड़े. वहीं देर शाम अतिथि शिक्षकों ने दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यालय से कनॉट पैलेस तक पैदल मार्च भी निकाला.
सरकार राजनीति बंद करें
वहीं ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी खुद एक गायक हैं हो सकता है जो हम गा रहे हैं वह उनके समझ में आ जाए. वहीं हवन करने को लेकर उन्होंने कहा कि भगवान केजरीवाल को भी सद्बुद्धि दें और 22 हजार परिवार के बारे में भी सोचें. साथ ही कहा कि सरकार को अब अतिथि शिक्षकों के नाम पर राजनीति करना बंद करना होगा.
सरकार ने बेसहारा को रोड पर छोड़ दिया
वहीं अतिथि शिक्षक शोहेब राणा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि हवन के बाद नेताओं को सद्बुद्धि आएगी. उन्होंने कहा कि यहा एक नहीं बल्कि 22 हजार परिवार की बात है और सरकार की जिम्मेदारी है कि उन अतिथि शिक्षकों के बारे में जल्द फैसला करें. जिन्हें सरकार ने बेसहारा रोड पर छोड़ दिया है. साथ ही कहा कि सरकार की नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है कि वह सभी को रोजगार दें.
अतिथि शिक्षकों ने गाया मनोज तिवारी का गाना
वहीं प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों ने रविवार को हवन के बाद दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का प्रसिद्ध गीत रिंकिया के पापा गाकर उनसे गुहार भी लगाई कि वह उपराज्यपाल अनिल बैजल से कहकर उनकी 60 साल की पॉलिसी पास कर दें. साथ ही कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने अतिथि शिक्षकों को फुटबॉल बना दिया है. 17 दिन से 60 साल की पॉलिसी को मांग को लेकर जो प्रदर्शन कर रहे हैं उसमें आधी मांग पूरी हो गई है और आधा काम एलजी के हस्ताक्षर की वजह से रुका पड़ा है.