नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित सरकारी स्कूल में कार्यरत गेस्ट टीचर सतेंद्र सिंह को 1 मई 2023 को टर्मिनेट कर दिया गया है. जिससे उन्होंने अपना विरोध स्कूल के बाहर जताया. इसी बीच स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं भी शामिल थीं. गेस्ट टीचर का आरोप है कि उन्हें स्कूल की प्रमुख की मनमानी के चलते यह सब भुगतना पड़ रहा है. वहीं, छात्रों के प्रदर्शन से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या कहते हैं गेस्ट टीचर एसोसिएशन : ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन का कहना है कि स्कूलों के प्रमुखों द्वारा गेस्ट टीचर्स के प्रति रवैय्या बहुत ही नकारात्मक और तानाशाही वाला रहता है और उनका शोषण किया जाता है. स्कूल प्रमुख की तानाशाही का विरोध करने वाले गेस्ट टीचर्स को उल्टे सीधे बेबुनियाद आरोप लगाकर अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करके उन्हें नौकरी से निकाल जाता है. जिसके बाद शिक्षा विभाग में भी उनकी सुनवाई नहीं होती है.
स्कूल प्रमुख के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की उठी मांग: इससे पहले भी कई गेस्ट टीचर्स को झूठे आरोप लगाकर नौकरी से निकाला जा चुका है. स्थिति ये है कि गेस्ट टीचर्स या तो स्कूल प्रमुख की गुलामी करें या नौकरी से हाथ धो बैठें. ऐसे तानाशाह स्कूल प्रमुख के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए, जो गेस्ट टीचर्स के प्रति नकारात्मक और तानाशाही रवैय्या रखते है. शिक्षा निदेशक से अपील है कि गेस्ट टीचर्स को टर्मिनेट करने की अथॉरिटी स्कूलों के प्रमुखों से हटाकर शिक्षा निदेशक को दी जाए, क्योंकि गेस्ट टीचर्स भी नियमित शिक्षकों की तरह शिक्षा विभाग के कर्मचारी हैं.
नौकरी से निकालने का यह रहा कारण: गेस्ट टीचर सतेंद्र सिंह को स्कूल प्रमुख के द्वारा साइन किए हुए रिलीविंग लेटर में लिखा है कि आपका आचरण दूसरे स्टाफ के साथ अच्छा नहीं और आपका प्रदर्शन भी घटिया रहा है. वहीं शिक्षक का कहना है कि आप छात्रों से मेरे प्रदर्शन और मेरे व्यवहार के बारे में जान सकते हैं.
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