नई दिल्ली: आचार सहिंता का हवाला देकर दिल्ली पुलिस के द्वारा प्रदर्शन रोकने की कोशिश की गयी तो पुलिस और शिक्षकों के बीच तीखी नोक झोंक हो गयी. जिसमें कई शिक्षकों के काफी चोटें भी आईं.
11वें दिन जब शिक्षक अपनी 60 साल की पॉलिसी को लेकर धरने की मांग को लेकर दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे तो अतिथि शिक्षकों को पुलिस ने आचार संहिता का हवाला देते हुए बीजेपी दिल्ली प्रदेश कार्यालय पर जाने से पहले रोकने की कोशिश की. लेकिन शिक्षक आगे बढ़ते रहे इस दौरान आगे बढ़ रहे अतिथि शिक्षकों को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. जिसमें कई अतिथि शिक्षकों को चोटें भी आई. वहीं इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस गिरफ्तार कर संसद मार्ग थाने ले गई बाद में चेतावनी देकर उन्हें छोड़ दिया गया. वहीं कुछ अतिथि शिक्षक संसद मार्ग थाने के बाहर के प्रदर्शन के लिए बैठ गए.
प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि पुलिस ने रोकने के नाम पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया है. प्रदर्शन कर रही एक महिला अतिथि शिक्षक ने कहा कि पुलिस ने बल प्रयोग करने के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार किया जोकि अमानवीय है.
वहीं एक और महिला अतिथि शिक्षक ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा देती है जब यही बेटियां अपने अधिकार मांगने के लिए सड़कों पर उतरीं है तो केंद्र सरकार की पुलिस हमसे दुर्व्यवहार करती है.