नई दिल्ली: राजधानी में एसिड की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए मुख्य सचिव विजय देव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि तेजाब की बिक्री की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जाए.
बैठक में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, कई विभागों के सचिव, दिल्ली पुलिस के अधिकारी शामिल थे. मुख्य सचिव ने एसिड अटैक की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और सभी विभागों को एसिड की बिक्री की जांच करने और एसिड हमले के पीड़ितों के पुनर्वास की दिशा में काम करने का निर्देश दिया.
अवैध बिक्री पर होगी कार्रवाई
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय देव ने डिविजनल कमिश्नर (राजस्व), दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधि और दिल्ली पुलिस कर्मियों की एक संयुक्त टीम गठन करने के भी निर्देश दिए हैं. यह संयुक्त टीमें रोजाना छापेमारी करेंगे और जहां भी अवैध तेजाब की बिक्री होती पाई जाएगी या जिसके पास भी तेजाब का उचित रिकॉर्ड नहीं पाया जाएगा उनके ऊपर एसडीएम और दिल्ली पुलिस दोनों मौके पर ही कार्रवाई करेगी.
सरकार चलाएगी विशेष अभियान
दिल्ली महिला आयोग को महिलाओं के अपने नेटवर्क के माध्यम से स्थानीय स्तर पर खुफिया जानकारी एकत्र करने और दुकानों की पहचान करने को कहा गया. जो तेजाब बेच रहे थे और जिस पर छापा मारा जा सकता है. मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली सरकार का 10 दिन का विशेष अभियान होगा और इसी तरह के अभियान रूप से संचालित किए जाएंगे.
पिछले दिनों एसडीएम, दिल्ली महिला आयोग और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने 100 से अधिक जगहों पर छापेमारी की. नरेला में छापे के दौरान टीम ने छोटी सी दुकान से 240 लीटर तेजाब जब्त किया. दुकानदार ने टीम को बड़ी मात्रा में तेजाब खरीदने के लिए भी उत्साहित किया.
'तेजाब बिक्री पर दिल्ली सरकार सख्त'
एक अन्य छापे में नजफगढ़ सब डिवीजन क्षेत्र में टीम ने 250 लीटर से अधिक तेजाब यहां भी बिना किसी रोक-टोक के तेजाब बेचा जा रहा था. लगभग सभी दुकानों में स्टोर करके रखी गई थी. तेजाब का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा गया था जोकि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों और दिल्ली सरकार के आदेशों का उल्लंघन है. मुख्य सचिव ने निर्देश किए की ऐसे ही छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी.
उनका कहना है कि एसिड अटैक सबसे दर्दनाक चोट में से एक है. जिससे कोई इंसान गुजर सकता है. तेजाब की खुली बिक्री के खिलाफ दिल्ली सरकार सख्त हैं और इसे रोकने के सभी उपाय करेंगे. उन्होंने गठित टीम को तेजाब की खुली बिक्री के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखने का निर्देश दिया है और दिल्ली को तेजाब मुक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ने की बात भी कही.