नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में गठबंधन की गुत्थी उलझने की संभावना के तुरंत बाद उलझती हुई लगती है. आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर कांग्रेस से अपील की है, कि वो अपने फैसले पर पुनर्विचार करे.
रविवार सुबह खबर आई कि कांग्रेस पार्टी दिल्ली में अकेली चुनाव लड़ सकती है, यानि गठबंधन की संभावना खत्म होती दिखी, हालांकि कांग्रेस की तरफ से अभी इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है कि कांग्रेस अकेले चुनाव मैदान में जाएगी या गठबंधन करेगी.
वहीं गठबंधन न करने के कांग्रेस के फैसले की खबर के बाद आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर कांग्रेस से गठबंधन की अपील की है.
'हम विपक्ष के साथ खड़े हैं'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय से जब इसे लेकर सवाल किया गया, तो उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी से हमारे हजार मतभेद हैं, लेकिन देश में जो परिस्थिति बनी है उसी के मद्देनजर हम विपक्ष के साथ खड़े हैं.
'देशहित के लिए साथ आना जरूरी'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर और देश भर में कांग्रेस का जिस तरह का रवैया है, उसकी आम आदमी पार्टी कड़े शब्दों में भर्त्सना कर रही है और हमारी अपील है कि कांग्रेस पार्टी अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, अगर देश हित उसके लिए जरूरी है.
'गठबंधन की हां-ना में फंसे'
कांग्रेस के संभावित फैसले पर टिप्पणी करने की बात पर गोपाल राय ने कहा कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में जो फैसला लिया, वो विपक्ष को कमजोर करने का फैसला था. जब उनसे पूछा गया कि क्या सीटों को लेकर कोई बातचीत हुई है कांग्रेस से, तो उनका कहना था कि नहीं, अभी तो वे गठबंधन की हां-ना में ही फंसे हैं.