नई दिल्ली: रवि गंगवाल गैंग के कुख्यात सदस्य सुनील को स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से एक कट्टा और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. इस मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से वह घायल हुआ है. आरोपी सुनील के खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, जज पर हमला जैसे 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. साल 2018 में दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ मकोका के तहत भी मामला दर्ज किया था. कुछ माह पहले वह जमानत पर जेल से बाहर निकलकर फरार हो गया था.
डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिवकुमार को सूचना मिली थी कि कुख्यात बदमाश सुनील राज एक्टिवा स्कूटी पर सवार होकर सीआरपीएफ कैंप की तरफ किसी साथी से मिलने आएगा. इस जानकारी पर रात के समय यहां पर जाल बिछाया गया. लगभग 10 बजे वह स्कूटी पर सवार होकर आया. पुलिस टीम ने उसे रुकने का इशारा किया लेकिन उसने दो गोलियां चला दी. जवाब में पुलिस टीम की तरफ से भी गोली चलाई गई जिसमें सुनील राज के पैर में गोली लगी है. उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना में कुल तीन गोलियां दोनों तरफ से चली हैं, जिनमें से दो सुनील द्वारा चलाई गई जबकि एक गोली पुलिस ने चलाई.
मौके से एक ऑटोमेटिक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस स्पेशल ने बरामद किए हैं. इस बाबत स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है. आरोपी सुनील एक कुख्यात बदमाश है और उसके खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, मकोका, पुलिस टीम पर हमला और जज पर हमला करने जैसे 10 मामले दर्ज हैं. सितंबर 2021 में उसे मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मिली थी. लेकिन जमानत अवधि खत्म होने के बाद उसने जेल में सरेंडर नहीं किया और फरार हो गया. उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया चल रही थी. अंबेडकर नगर इलाके में वर्ष 2012 में सुनील राज ने कार सवार तीन जजों पर भी हमला किया था. इस मामले में उसे सजा हो चुकी है.
सुनील राज अपने साथियों के साथ दिल्ली में 6 शूटआउट में शामिल रहा है. इनमें से 2 में हत्या हो गई थी जबकि 4 में लोग घायल हुए थे. रोहित चौधरी और रवि गंगवाल गैंग के साथ वह जबरन उगाही का काम कर रहा था. वह सट्टा कारोबारियों, बिल्डर, रियल एस्टेट कारोबारी, प्रॉपर्टी डीलर आदि से धमकी देकर उगाही कर रहा था. इनकी आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए वर्ष 2018 में दक्षिण जिला पुलिस ने इनके खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज किया था.
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