नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में एक रिटायर्ड दरोगा और वकील ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से ठगी कर ली. पीड़ित ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है. मामला नोएडा के थाना सेक्टर 113 क्षेत्र का है.
परिचित ने ही की ठगी: नोएडा के थाना सेक्टर 113 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर 77 स्थित अंतरिक्ष सोसायटी में रहने वाले राजकुमार यादव ने थाना सेक्टर 113 में बीती रात को रिपोर्ट दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि 2019 के मार्च में उनके परिचित उत्तर प्रदेश पुलिस से रिटायर्ड दरोगा रामेश्वर दयाल यादव का उन्हें फोन आया. उन्होंने हाल चाल पूछने के बाद कहा कि आपका बेटा क्या कर रहा है. पीड़ित ने बताया कि उनका बेटा एमबीए की पढ़ाई कर रहा है.
20 लाख रुपए खर्च कर नौकरी लगाने का दावा: पीड़ित के अनुसार, दरोगा जी ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में वैकेंसी है. 20 लाख रुपए खर्च करके नौकरी लग सकती है. 5 लाख रुपए पहले देने होंगे, फिर बाद बाकी पैसे बाद में देने होंगे. उन्होंने बताया कि दरोगा ने अपने बेटे रमन व सुमित से उनकी बात करवाई तथा कहा कि मैंने दोनों की नौकरी इलाहाबाद हाईकोर्ट में लगवाई है. पीड़ित को विश्वास दिलाने के लिए दरोगा ने एडवोकेट हरिओम पाराशरी से भी उनकी बात करवाई.
धोखाधड़ी कर हड़प लिए 5 लाख रुपए: उन्होंने कहा कि उनकी हाईकोर्ट में सेटिंग है तथा आपका बेटा नौकरी पर लग जाएगा. पीड़ित के अनुसार रामेश्वर दयाल और उसके गैंग के अन्य लोगों ने उनसे 5 लाख रुपए ले लिया. वर्ष 2019 में जब एसटीएफ ने इलाहाबाद से एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया, जो हाई कोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करता था. उसके बाद रामेश्वर दयाल का फोन बंद हो गया. पीड़ित के अनुसार ये लोग भी उसी गैंग के सदस्य हैं. पीड़ित का आरोप है कि इस गैंग के लोगों ने धोखाधड़ी कर उसके 5 लाख रुपए हड़प लिए.
प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर रामेश्वर दयाल यादव, रमन कुमार, रतन कुमार, सुमित कुमार, हरिओम पाराशरी, राहुल पराशरी तथा देश दीपक पराशरी के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. जल्द ही मामले की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
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