नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा पुलिस ने विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है. एक माह पहले ही आरोपियों ने कॉल सेंटर खोला था. पुलिस मामले में आगे की छानबीन कर रही है.
एडिशनल डीसीपी नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि आरोपी विदेशी नागरिकों को कॉल वेंडर के माध्यम से बात करते थे. उसके बाद टेक्निकल सपोर्ट के लिए टोल फ्री नंबर पर स्पूफिंग द्वारा पॉप अप कोल व ई-मेल के माध्यम से बात करते थे. टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर जो पेमेंट ली जाती थी, वह बिट क्वाइन और यूएसडीटी के माध्यम से ली जाती थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि अमेरिका और कनाडा के नागरिकों के साथ व्यापक स्तर पर साइबर ठगी हो रही है. सूचना पर एक्सप्रेसवे थाने की टीम ने सेक्टर-135 स्थित फार्म हाउस पर छापामार 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
छापेमारी के दौरान ठगी कर रहे थे आरोपी: एक माह पहले ही आरोपियों ने कॉल सेंटर खोला था. इस काम की शुरूआत करने के लिए काफी पैसे निवेश करने की जरूरत होती है. राहुल गौतम व जय कुमार कोचर पैसे के निवेश के लिए मीटिंग में आए थे. गिरफ्त में आए चारों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सर्फाबाद स्थित सुंदर फार्महाउस के 6वीं मंजिल पर छापा मारकर प्रणव बनर्जी, शमिल खान और मोहम्मद हमजा को गिरफ्तार कर लिया.
छापेमारी के दौरान तीनों विदेशी नागरिकों के साथ साइबर ठगी कर रहे थे. पूरे फ्लोर की तलाशी ली गई तो लैपटॉप, मोबाइल और नकदी समेत अन्य सामान बरामद हुआ. सचिन हरियाणा के जींद का, अग्निभ, हमजा, प्रणव और शमिल कलकत्ता का, राहुल हरिद्वार का और जय दिल्ली के उत्तर नगर का रहने वाला है.
ज्यादातर आरोपी 8वीं पास: एसीपी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि गिरोह का मुख्य आरोपी सचिन लखनपाल ने बीफॉर्मा किया हुआ है. अन्य आरोपी आठवीं पास है. आरोपी अग्निभ बनर्जी कलकत्ता के तिलजला से भी 2021 में इसी प्रकार की ठगी के मामले में जेल जा चुका है. फरार आरोपी अमन छाबड़ा भी दिल्ली से जेल जा चुका है. अन्य आरोपियों का भी आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है.