नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को देने के भले ही बड़े-बड़े वादे करती हो. लेकिन जमीनी स्तर पर यह सुविधाएं कहीं ना कहीं फेल होती हुई नजर आ रही है. एक दिसंबर से लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल की चार ओटी को बंद किया जा रहा है. ऐसे में जहां एक ओर मरीजों पर खास असर पड़ रहा है. तो वहीं दूसरी ओर दूसरे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने का खासा असर देखने को मिल सकता है.
सर्जरी के केस को एलएनजेपी ने लेना किया बंद
लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में ओटी बंद होने के बाद से अब जो मरीज सर्जरी के लिए पहुंच रहे हैं. उनका ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है. ना ही उनको डेट दी जा रही है. ऐसे में जो मरीज पहुंच रहे हैं उनको दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है.
हालांकि एक दिसंबर तक जिस मरीज को तारीख दी गई है. उनकी सर्जरी की जाएगी. लेकिन अब जो मरीज आ रहे हैं उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर किया जा रहा है. ऐसे में अन्य अस्पतालों में जहां पहले से वर्क लोड से डॉक्टर परेशान थे, अब उन पर और भार बढ़ेगा.
इन अस्पतालों में किया जा रहा रेफर
लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में प्रतिदिन इमरजेंसी में ढाई हजार मरीज पहुंचता है. तो वहीं दूसरी ओर ओपीडी में 6000 संख्या होती है. सर्जरी डिपार्टमेंट में आने वाले मरीजों को दूसरे किया जा रहा है इन अस्पतालों की बात करें तो इसमें राम मनोहर लोहिया अस्पताल, जीबी पन्त, सफदरजंग अस्पताल शामिल हैं.