नई दिल्ली: दिल्ली में आवारा कुत्तों के काटने की समस्या को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से भेंट की. गोयल ने बताया कि दिल्ली के अंदर 8 लाख से ज्यादा आवारा कुत्ते हो गए हैं और पिछले दिनों कुत्तों के काटने के बहुत ज्यादा मामले दिल्ली के अस्पतालों में आ रहे हैं, इनके आसान शिकार बच्चे और बुजुर्ग हैं. गोयल ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि वे दिल्ली नगर निगम को कहकर सबसे पहले आवारा कुत्तों की कितनी जनसंख्या है, इसकी गणना करवाएं. पिछले 8 सालों से यह जनगणना नहीं हुई है.
विजय गोयल ने एलजी से इन बातों पर की चर्चा:-
- सरकारी अस्पतालों व प्राइवेट अस्पतालों से आंकड़े निकलवाए जाने चाहिए कि कुत्ते काटने के कितने मामले हर रोज आ रहे हैं. एक अनुमान के अनुसार रोज 2000 से अधिक मामले कुत्ते काटने के आते हैं.
- नगर निगम युद्धस्तर पर इनकी नसबंदी का कार्यक्रम अपने हाथ में ले, अन्यथा इन आवारा कुत्तों की संख्या 8 लाख से 60 लाख होने में देर नहीं लगेगी.
- दिल्ली में एंटी रेबीज वैक्सीन (Anti Rabies Vaccine) की उपलब्धता नहीं है, उसकी उपलब्धता करवाई जाए.
- उपराज्यपाल आरडब्ल्यूए (RWA's) की मीटिंग बुलाएं और उनसे आवारा कुत्तों के काटने की समस्या के ऊपर चर्चा करके इसका समाधान निकालें.
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उपराज्यपाल सक्सेना ने कुत्तों के काटने की समस्या पर चिन्ता जताई और कहा कि वाकई में यह दिल्ली के अन्दर बड़ी समस्या है और इसका हल खोजा जाना चाहिए. उपराज्यपाल ने यह विश्वास दिलाया कि वे इस बारे में दिल्ली नगरनिगम के कमिश्नर व अन्य अफसरों से बात करेंगे. गोयल कुत्तों के काटने की समस्या का क्या समाधान हो इस पर लगातार आन्दोलन चला रहे हैं.
गोयल ने कहा कि उनके आन्दोलन में कुछ लोग अपने स्वार्थ के चलते बाधा डालने में लगे हैं, मानों हम कुत्तों को कोई नुकसान पहुंचा रहे हो. हम किसी कुत्ते को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहे, बल्कि हम चाहते हैं कि कुत्तों के काटने की समस्या का हल हो, ताकि लोग कुत्तों को नफरत से नहीं, बल्कि सम्मान से देखें.
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