नई दिल्ली: पूरे देश में सोमवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया. भारतीय जनता पार्टी की ओर से एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. कार्यक्रम में दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, डॉ हर्षवर्धन, हंस राज हंस, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए.
10 लाख लोगों की गई जान: इस दौरान बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हम आजादी का जश्न मनाएंगे लेकिन ये घटना भूलने लायक नहीं है. आजादी हमें मिली, लेकिन खंडित आजादी मिली. शायद इतनी बड़ा विस्थापन इतिहास ने कभी नहीं देखा था. 1.5 करोड़ लोग विस्थापित हुए तो 10 लाख लोगों ने जान गवाईं. नड्डा ने अपने संबोधन के दौरान उस समय को याद किया, जब लोग विस्थापित हो रहे थे. लोग जान गंवा रहे थे.
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विरासत और परंपरा को नष्ट करने की कोशिश: मौके पर दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 1947 का वो मंजर सिर्फ दुख और पीड़ा से भरा था. हमारे विरासत और परंपरा को नष्ट करने की कोशिश की गई. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि जिन लोगों के परिवारों ने विभाजन की पीड़ा झेली है, उनके प्रतिनिधि नेताओं के साथ सेमिनार में शामिल होंगे. उस भूमि से, जिसे अब पाकिस्तान के नाम से जाना जाता है, भारत आए लोगों के विभाजन के कष्टों को याद करते हुए एक प्रदर्शनी लगाई गई है. हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जंतर मंतर से सेंट्रल पार्क, कनॉट प्लेस तक विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में एक मौन मार्च निकाला गया. इसमें बीजेपी के सांसद और केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी समेत कई नेता शामिल हुए.
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