नई दिल्ली: दिल्ली के प्रेस क्लब में दिल्ली हज कमेटी की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई. इसमें दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां ने कहा कि इस साल हाजियों के प्रशिक्षण में शारिरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है. लोगों को व्यायाम बताकर स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए सलाह दी गई है. बिना सहयोगी के भी मुस्लिम महिलाओं के हज जाने की अनुमति मिल जाने के कारण महिलाओं हज यात्रियों की संख्या बढ़ गई है. इस बार 4314 महिला हज यात्री बिना किसी सहयोगी के यात्रा करेंगी.
दिल्ली हज कमेटी के अध्यक्ष कौसर जहां ने जानकारी देते हुए बताया कि 22 मई को पहली फ्लाइट में 381 यात्रियों के जाने की व्यवस्था की गई है. उसके बाद क्रमानुसार अन्य उड़ानों के जरिये हज यात्रियों को हज यात्रा के लिए भेजा जाएगा. 3 जुलाई से 22 जुलाई को हज यात्रियों की वापसी का कार्यक्रम रहेगा. हज यात्रियों के जाने की शुरुआत के समय 21 मई को एक विशेष कार्यक्रम रखा गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष दिल्ली से 22 हजार हज यात्रियों का प्रशिक्षण, उनके कागज की चेकिंग का काम पूरा हो गया है. लो फ्लोर बसें देकर उन्हें सुरक्षित आवागमन निश्चित किया गया है. ट्रांजिट कैंप में हर तरह की सुविधाएं देकर महिलाओं और बुजुर्गों की सुविधा दी गई है.
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हवाई अड्डे के अंदर, दिल्ली हज समिति ने डायल के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि अधिक इमिग्रेशन काउंटर उपलब्ध हों. हज यात्रियों में वरिष्ठ नागरिकों को बोर्डिंग गेट तक ले जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है. सूत्रों ने कहा कि हज यात्रियों के बोर्डिंग गेट तक सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष मार्ग बनाया जाएगा.
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