नई दिल्लीः मशहूर डांसर सपना चौधरी के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि उनकी कंपनी के साथ किए गए करार को ना केवल सपना चौधरी ने तोड़ा बल्कि उनके क्लाइंट को भी कंपनी से दूर करने का काम किया. फिलहाल इस बाबत आईपीसी की धारा 406/420 और 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. आर्थिक अपराध शाखा पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार आर्थिक अपराध शाखा को बीते जुलाई महीने में शिकायत दी गई थी. इस शिकायत में सपना चौधरी के अलावा उसके परिवार के सदस्यों नीलम, करण, रचना, शिवानी और नितिन कुमार का नाम भी दिया गया है. शिकायत एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी चलाने वाले पवन चावला की तरफ से दी गई है.
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उन्होंने शिकायत में बताया गया है कि वह राजेन्द्र नगर में पी एंड एम मूवीस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाते हैं जो कलाकारों को मौका देती है. वह सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम करते हैं. वह सपना चौधरी को जानते हैं जो कुछ वर्षों पहले तक एक लोकल डांसर थी और छोटे क्षेत्र में उसकी परफॉर्मेंस होती थी. बिग बॉस सीजन 11 में उसे मौका मिला लेकिन वह बाहर निकल गई थी. 2017 में बिग बॉस से निकलने के बाद उसे कोई बेहतर ऑफर नहीं मिला.
2018 में काम के लिए मिली सपना चौधरी
शिकायतकर्ता ने अपने बयान में कहा है कि सपना ने उनकी कंपनी को मार्च 2018 में एप्रोच किया और उनके साथ काम करने की इच्छा जताई. उस समय वह मिक्का सिंह, दलेर मेहंदी और गुरु रंधावा जैसे स्टार के साथ काम कर रहे थे. इसलिए उन्होंने उसे ज्यादा अहमियत नहीं दी. इसके बाद वह अपने परिवार के साथ आकर उनसे काम की मांग करने लगी. उन्होंने उसे बताया कि उसे पूरी तरीके से अलग मेकओवर करना होगा.
कंपनी के साथ सपना चौधरी का करार हुआ जिसमें यह बताया गया था कि वह केवल उनकी कंपनी के लिए काम करेगी. वह किसी अन्य कंपनी के लिए काम नहीं कर सकती और किसी क्लाइंट से संपर्क नहीं कर सकती. इसके अलावा वह अपने किसी निजी परफॉर्मेंस को भी उनकी अनुमति के बाद ही कर सकती है.