नई दिल्ली: दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन के अब एक महीने पूरे हो चुके हैं. गाजीपुर यूपी गेट के पास किसान पूरे लाव-लश्कर के साथ डटे हुए हैं. तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हाईवे पर बैठे इन किसानों ने 28 नवंबर से ही हाइवे के एक लेन को पूरी तरह से बंद रखा है. यहां किसानों ने अपने ट्रैक्टर खड़े कर रखे हैं, वहीं अब सैकड़ों की संख्या में अस्थायी टेंट भी लग गए हैं.
हाइवे पर सोए रहे किसान
किसान अपने विरोध की धार हर दिन तेज करते जा रहे हैं. यहां लगातार किसानों का आना भी जारी है. लेकिन उधमपुर से यहां के लिए चले किसानों के एक जत्थे को रास्ते में ही रोक दिया गया है. अपने साथी किसानों को नहीं आने देने के विरोध में गाजीपुर में किसानों ने आज एनएच-24/9 को पूरी तरह से बंद कर दिया. आज सुबह से पूरे दिन हाईवे के सभी लेन बंद रहे. शाम तक यहां किसान हाईवे पर सोए नजर आए.
देर शाम खोले गए दो लेन
ईटीवी भारत से बातचीत में किसानों ने कहा कि जब तक हमारी साथी किसानों को यहां नहीं आने दिया जाता है, तब तक हाईवे को पूरी तरह से बंद रखेंगे. हालांकि देर शाम 5 बजे हाईवे के दो लेन को किसानों ने आवागमन के लिए खोल दिया. किसानों का यह भी कहना था कि हमारे आंदोलन को बदनाम किया जा रहा है और इसलिए भी हम हाईवे बंद कर सरकार को संदेश दे रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः-केंद्र के साथ बात करने को तैयार हुए किसान, 29 दिसंबर को हो सकती है अगली बैठक