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अग्निकांड: शवों की शिनाख्त को लेकर परिजन परेशान, काट रहे हैं अस्पतालों के चक्कर - Circles of hospitals are being cut

दिल्ली की अनाज मंडी में हुए भीषण अग्निकांड में मारे गए 43 लोगों के परिजन उनके शवों को लेने आए हैं और अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

Family worried about identification of dead bodies in delhi fire
शवों की शिनाख्त को लेकर परिजन परेशान
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Published : Dec 9, 2019, 4:12 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के फिल्मिस्तान अनाज मंडी के पास स्थित 5 मंजिला इमारत में लगी भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनके परिजन उनके शवों को लेने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस दौरान परिजन बेहद परेशान है क्योंकि अधिकतर लोगों को उनके परिजन मिल ही नहीं पा रहे हैं जिसके कारण उन्हें इधर-उधर चक्कर काटने पड़ रहे हैं.

शवों की शिनाख्त को लेकर परिजन परेशान

परिजनों को नहीं मिल रहे अपने रिश्तेदार
नोएडा से आए मोहम्मद नजीर ने बताया कि उन्हें मालूम चला है कि इस अग्निकांड में उनके गांव वाले फरीद जिनकी उम्र 20 साल है उसकी मौत हो चुकी है और अब वह लेडी हार्डिंग अस्पताल में पहुंचे हैं. मोहम्मद नजीर का कहना था इसके साथ ही उनके दो पहचानने वाले और हैं. यह सभी बिहार के सहरसा से हैं. लेकिन दो लोगों का पता नहीं चल पा रहा है.

एक ही घर से बुझे कई दीए
बिहार के समस्तीपुर के मोहम्मद नासिर का कहना था कि उनके आसपास पूरे मोहल्ले के कुल 13 लोग उस फैक्ट्री में काम करते थे. जिसमें से कुछ लोगों का पता लगा है. लेकिन कुछ लोग अभी लापता हैं.

यूपी, बिहार से शवों की शिनाख्त के लिए पहुंच रहे परिजन
इसके अलावा अन्य परिजन मोहम्मद फुल शरीफ ने बताया कि समस्तीपुर के 22 साल के नौशाद भी इस हादसे में नहीं बचे हैं. उनका कहना था कि नौशाद पिछले 1 साल से 10 हजार की तनख्वाह पर इस फैक्ट्री में काम कर रहे थे अब उनके परिजनों को बता दिया गया है और वह भी यहां पहुंच रहे हैं.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के फिल्मिस्तान अनाज मंडी के पास स्थित 5 मंजिला इमारत में लगी भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनके परिजन उनके शवों को लेने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस दौरान परिजन बेहद परेशान है क्योंकि अधिकतर लोगों को उनके परिजन मिल ही नहीं पा रहे हैं जिसके कारण उन्हें इधर-उधर चक्कर काटने पड़ रहे हैं.

शवों की शिनाख्त को लेकर परिजन परेशान

परिजनों को नहीं मिल रहे अपने रिश्तेदार
नोएडा से आए मोहम्मद नजीर ने बताया कि उन्हें मालूम चला है कि इस अग्निकांड में उनके गांव वाले फरीद जिनकी उम्र 20 साल है उसकी मौत हो चुकी है और अब वह लेडी हार्डिंग अस्पताल में पहुंचे हैं. मोहम्मद नजीर का कहना था इसके साथ ही उनके दो पहचानने वाले और हैं. यह सभी बिहार के सहरसा से हैं. लेकिन दो लोगों का पता नहीं चल पा रहा है.

एक ही घर से बुझे कई दीए
बिहार के समस्तीपुर के मोहम्मद नासिर का कहना था कि उनके आसपास पूरे मोहल्ले के कुल 13 लोग उस फैक्ट्री में काम करते थे. जिसमें से कुछ लोगों का पता लगा है. लेकिन कुछ लोग अभी लापता हैं.

यूपी, बिहार से शवों की शिनाख्त के लिए पहुंच रहे परिजन
इसके अलावा अन्य परिजन मोहम्मद फुल शरीफ ने बताया कि समस्तीपुर के 22 साल के नौशाद भी इस हादसे में नहीं बचे हैं. उनका कहना था कि नौशाद पिछले 1 साल से 10 हजार की तनख्वाह पर इस फैक्ट्री में काम कर रहे थे अब उनके परिजनों को बता दिया गया है और वह भी यहां पहुंच रहे हैं.

Intro:फिल्मिस्तान अनाज मंडी के पास स्थित 5 मंजिला इमारत में लगी भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की मौत हो चुकी है जिनके परिजन उनके शवों को लेने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल पहुंच रहे हैं, इस दौरान परिजन बेहद परेशान है क्योंकि अधिकतर लोगों को उनके परिजन मिल ही नहीं पा रहे हैं जिसके कारण उन्हें इधर-उधर चक्कर काटना पड़ रहा है.


Body:परिजनों को नहीं मिल रहे अपने रिश्तेदार
नोएडा से आए मोहम्मद नजीर ने बताया कि उन्हें मालूम चला है कि इस अग्निकांड में उनके गांव वाले फरीद जिनकी उम्र 20 साल है मौत हो चुकी है और अब वह लेडी हार्डिंग अस्पताल में पहुंचे हैं मोहम्मद नजीर का कहना था इसके साथ ही उनके दो पहचानने वाले और हैं यह सभी बिहार के सहरसा से हैं लेकिन दो लोगों का पता नहीं चल पा रहा है.

एक ही घर से बुझे कई दीए
बिहार के समस्तीपुर के मोहम्मद नासिर का कहना था कि उनके आसपास पूरे मोहल्ले के कुल 13 लोग उस फैक्ट्री में काम करते थे जिसमें से कुछ लोगों का पता लगा है और कुछ काम नहीं अभी तक कोई पता है इसके चलते वह बेहद परेशान हैं.


Conclusion:बिहार यूपी से शवों की शिनाख्त के लिए पहुंच रहे परिजन
इसके अलावा अन्य परिजन मोहम्मद फुल शरीफ ने बताया कि समस्तीपुर के 22 साल के नौशाद भी इस हादसे में नहीं बचे हैं जिनकी पहचान उन्होंने की है और अब वह यहां पर उनके शव को लेने के लिए आए हैं उनका कहना था कि नौशाद पिछले 1 साल से 10000 की तनख्वाह पर इस फैक्ट्री में काम कर रहे हैं अब उनके परिजनों को बता दिया गया है और वह भी यहां पहुंच रहे हैं.
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