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नकली कर्फ्यू पास से बिहार जा रहा था परिवार, पुलिस ने किया गिरफ्तार

डीसीपी संजय भाटिया के अनुसार देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में पुलिस टीम ईदगाह पिकेट के पास वाहनों की जांच कर रही थी. इस दौरान सिद्धि पुरा चौकी के पुलिसकर्मियों ने एक गाड़ी को जांच के लिए रोका.

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Published : Apr 24, 2020, 9:08 AM IST

Updated : Apr 24, 2020, 10:04 AM IST

Family was going to Bihar with fake curfew pass, police arrested
नकली कर्फ्यू पास से बिहार जा रहा था परिवार

नई दिल्ली: बिहार के रहने वाले एक परिवार ने गांव जाने के लिए फर्जी कर्फ्यू पास का इस्तेमाल किया. पिकेट पर जांच के दौरान पुलिस ने जब यह कर्फ्यू पास देखा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस फर्जी कर्फ्यू पास को देने वाले की तलाश की जा रही है.

नकली कर्फ्यू पास से बिहार जा रहा था परिवार
डीसीपी संजय भाटिया के अनुसार देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में पुलिस टीम ईदगाह पिकेट के पास वाहनों की जांच कर रही थी. इस दौरान सिद्धि पुरा चौकी के पुलिसकर्मियों ने एक गाड़ी को जांच के लिए रोका. इसमें 5 पुरुष, एक महिला और 2 बच्चे सवार थे. वह बिहार के मधुबनी निवासी थे. उन्होंने बताया कि वह सदर बाजार इलाके में रहते हैं. कोरोना वायरस के चलते वह दिल्ली छोड़कर बिहार स्थित अपने गांव जा रहे थे.इनके पास से मिला फर्जी कर्फ्यू पास

उनके पास से एक कर्फ्यू पास मिला जो उत्तरी जिला डीसीपी कार्यालय से जारी किया गया था. प्राथमिक जांच में पुलिस को यह फर्जी लगा. इस पर बिहार के सीतामढ़ी तक जाने की अनुमति थी और वह 24 अप्रैल तक के लिए वैद्य था. इसे लेकर देशबंधु गुप्ता रोड थाने में एफआईआर दर्ज की गई और आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई. पूछताछ के दौरान गाड़ी के चालक मकसूद आलम ने पुलिस को बताया कि उसका फूफा मोहम्मद मुनीर बिहार के मधुबनी के अस्पताल में भर्ती है. इसके कारण उसका बेटा मोहम्मद इरशाद बिहार जाना चाहता था.


फर्जी पास देने वाले की तलाश जारी

वह कर्फ्यू पास लेने सदर बाजार थाने गए थे जहां उन्हें डीसीपी ऑफिस जाने के लिए कहा गया. वहां पर भी उन्हें पास नहीं मिला. इस दौरान उन्हें इरशाद के भतीजे सद्दाम ने बताया कि सैयद फहीद नामक शख्स पास दिलवा सकता है. वह उससे जाकर मिले. इरशाद ने अपने मामा अनवर हुसैन से एक गाड़ी का इंतजाम किया. फहीद ने कर्फ्यू पास लाकर दिया जो ड्राइवर मकसूद आलम के नाम पर था. पुलिस अब फहीद की तलाश कर रही है.

नई दिल्ली: बिहार के रहने वाले एक परिवार ने गांव जाने के लिए फर्जी कर्फ्यू पास का इस्तेमाल किया. पिकेट पर जांच के दौरान पुलिस ने जब यह कर्फ्यू पास देखा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस फर्जी कर्फ्यू पास को देने वाले की तलाश की जा रही है.

नकली कर्फ्यू पास से बिहार जा रहा था परिवार
डीसीपी संजय भाटिया के अनुसार देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में पुलिस टीम ईदगाह पिकेट के पास वाहनों की जांच कर रही थी. इस दौरान सिद्धि पुरा चौकी के पुलिसकर्मियों ने एक गाड़ी को जांच के लिए रोका. इसमें 5 पुरुष, एक महिला और 2 बच्चे सवार थे. वह बिहार के मधुबनी निवासी थे. उन्होंने बताया कि वह सदर बाजार इलाके में रहते हैं. कोरोना वायरस के चलते वह दिल्ली छोड़कर बिहार स्थित अपने गांव जा रहे थे.इनके पास से मिला फर्जी कर्फ्यू पास

उनके पास से एक कर्फ्यू पास मिला जो उत्तरी जिला डीसीपी कार्यालय से जारी किया गया था. प्राथमिक जांच में पुलिस को यह फर्जी लगा. इस पर बिहार के सीतामढ़ी तक जाने की अनुमति थी और वह 24 अप्रैल तक के लिए वैद्य था. इसे लेकर देशबंधु गुप्ता रोड थाने में एफआईआर दर्ज की गई और आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई. पूछताछ के दौरान गाड़ी के चालक मकसूद आलम ने पुलिस को बताया कि उसका फूफा मोहम्मद मुनीर बिहार के मधुबनी के अस्पताल में भर्ती है. इसके कारण उसका बेटा मोहम्मद इरशाद बिहार जाना चाहता था.


फर्जी पास देने वाले की तलाश जारी

वह कर्फ्यू पास लेने सदर बाजार थाने गए थे जहां उन्हें डीसीपी ऑफिस जाने के लिए कहा गया. वहां पर भी उन्हें पास नहीं मिला. इस दौरान उन्हें इरशाद के भतीजे सद्दाम ने बताया कि सैयद फहीद नामक शख्स पास दिलवा सकता है. वह उससे जाकर मिले. इरशाद ने अपने मामा अनवर हुसैन से एक गाड़ी का इंतजाम किया. फहीद ने कर्फ्यू पास लाकर दिया जो ड्राइवर मकसूद आलम के नाम पर था. पुलिस अब फहीद की तलाश कर रही है.

Last Updated : Apr 24, 2020, 10:04 AM IST
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