नई दिल्ली/नोएडा: एसटीएफ लखनऊ और सेक्टर 58 थाना पुलिस ने गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉलसेंटर का खुलासा किया है. गिरफ्त में आए आरोपी अमेरिकी नागरिकों को ऑनलाइन तकनीकी से झांसा देकर ठगी कर रहे थे. पुलिस ने गिरोह में शामिल 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से ठगी में इस्तेमाल होने वाले भारी मात्रा में कंप्यूटर और डेक्सटॉप बरामद किया गया है.
दरअसल, लखनऊ एसटीएफ को नोएडा में अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर के संचालित होने की जानकारी हुई. सूचना पर एसटीएफ की टीम ने सेक्टर 58 थाना पुलिस की मदद से छापेमारी कर पिछले तीन महीने से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया. पुलिस ने गिरोह में शामिल 25 लोगों को गिरफ्तार किया है.
हालांकि, गिरोह का सरगना शाजिद शहिदी मौके से फरार हो गया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 34 मोबाइल फोन, 4 लैपटाप, 5 इंटरनेट राउटर, 4 चार पहिया वाहन, 22 कम्प्यूटर डिस्पले, 22 सीपीयू, 22 कीबोर्ड, 22 माउस ,22 हेड फोन, कागजात आदि बरामद किया है.
तीन महीने पहले खोला कॉल सेंटर: गिरफ्त में आए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना शाजिद शहिदी है, जिसने तीन महीने पहले कॉल सेंटर को खोला था. सरगना दिल्ली में रहता था, जो ऑनलाइन कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों से बातचीत करता था. गिरोह में पकड़े गए आरोपी यहां पर 12 हजार की सैलरी में नौकरी करते थे. साथ ही इन आरोपियों को ठगी में मिलने वाली रकम पर कमीशन भी मिलता था. आरोपियों ने इस दौरान सैकड़ों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की है. जिसकी विदेशी जांच एजेंसियों ने यूपी पुलिस से शिकायत की थी.
डार्क वेब और ई- मेल से मिला डेटा: पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके पास अमेरिकी नागरिकों का डेटा डार्क वेब और ई-मेल के जरिए आता था. मिले हुए डेटा के जरिए पहले आरोपी विदेशी नागरिकों के पास भारी मात्रा में उनके कंप्यूटर और फोन में तकनीकी समस्या होने का मैसेज भेजते थे. जब कोई व्यक्ति इनके भेजे गए मैसेज पर प्रतिक्रिया करता था तो आरोपी उनसे संपर्क कर मदद का झांसा देकर उनके साथ लाखों रुपये की ठगी कर लेते थे.