नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक्सपर्ट ने तीसरी लहर को लेकर चिंता जताई है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉक्टर अरुण गुप्ता का कहना है कि जिस प्रकार से हालात बने हुए हैं, ऐसे में आशंका है कि तीसरी लहर भी आ सकती है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन अभी तक जारी है और जब तक आधी आबादी को वैक्सीनेट नहीं किया जाता, तब तक कोरना के खतरे को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता.
बिना वैक्सीनेशन खतरा कम नहीं
वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ डॉ विनय अग्रवाल का कहना है कि जिस प्रकार से हालात दूसरी लहर में बने हुए हैं; अस्पतालों में जगह नहीं है, मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में इस नए स्ट्रेन को लेकर जो वैज्ञानिक बता रहे हैं, उनका यही कहना है जब तक ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन नहीं लगती, तब तक कोरोना का खतरा कम नहीं होगा.
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तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका
डॉ विनय अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से पहली लहर में वरिष्ठ लोगों में संक्रमण का ज्यादा प्रभाव रहा, वहीं दूसरी लहर में युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं, बच्चे भी संक्रमित हुए हैं. ऐसे में आशंका इस बात की है की तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. डॉक्टर अरुण गुप्ता ने बताया की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने का खतरा इसीलिए भी है क्योंकि बच्चों के लिए अभी कोई भी वैक्सीन नहीं आई है, जो वैक्सीन लगाई जा रही है, उनका ट्रायल अभी बच्चों पर नहीं हुआ है. जैसे ही रिसर्च और ट्रायल पूरा होता है, बच्चों में वैक्सीन लगना शुरू होगी.
बच्चों का ध्यान रखना बड़ों की जिम्मेदारी
डॉक्टर अरुण गुप्ता का कहना है कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक बड़े लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वह घर पर बच्चों का ध्यान रखें. यदि किसी भी बच्चे में संक्रमण फैलेगा तो वह बड़े लोगों से ही फैलेगा, इसीलिए जब आप घर में जा रहे हैं, तो सभी कोरोना नियमों का पालन करें, बाहर से आकर सैनिटाइजेशन, हाथ धोना मास्क पहनना, इन सब नियमों का ध्यान रखें. क्योंकि आप के जरिए ही आपके बच्चों में संक्रमण फैल सकता है.