नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस (Black fungus in delhi) के बढ़ते मामलों के बीच इंफेक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की जानकारियां साझा की जा रही है. यह दावा किया जा रहा है कि ब्लैक फंगस (Black fungus) फ्रीज या खाने वाली सब्जी प्याज के जरिए भी फैल सकता है और इन चीजों में भी ब्लैक फंगस (Black fungus in freeze) पाया जाता है.
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे संदेशों में ये कहा जा रहा है कि फ्रिज के दरवाजे में लगी रबड़ और कई बार प्याज में मिलने वाले काले धब्बे ब्लैक फंगस (Black fungus in Onion) होते हैं. इन चीजों में कितनी सच्चाई है और इनके जरिए ब्लैक फंगस (Black fungus) क्या फैल सकता है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने इंफेक्शन डिजीज एक्सपर्ट डॉ. नरेंद्र सैनी (Dr. Narendra Saini) से बात की.
'हर काली चीज को ब्लैक फंगस नहीं कहा जा सकता'
डॉ. नरेंद्र सैनी (Dr. Narendra Saini) ने बताया फ्रीज या प्याज में मिलने वाले काले धब्बे ब्लैक फंगस नहीं है. हर काली चीज को ब्लैक फंगस नहीं कहा जा सकता. हालांकि वह किसी भी बीमारी के लिए हानिकारक जरूर हो सकता है. लेकिन हम उसे ब्लैक फंगस नहीं कह सकते. डॉक्टर ने कहा कि किसी भी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए या बीमारी में बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी साफ सफाई होती है, इसीलिए मौजूदा समय में अपने आसपास, घर में साफ सफाई का बेहद ध्यान रखें.
'संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी'
डॉ. नरेंद्र सैनी (Dr. Narendra Saini) डॉक्टर ने कहा कि कोई भी फंगस टेंपरेचर में बढ़ोतरी होने पर ही पनपता है, कई बार हम देखते हैं कि किचन में रखी ब्रेड, प्याज या फिर खाने-पीने की अन्य चीजों में फंगस लग जाता है, लेकिन हम उसे ब्लैक फंगस (Black fungus) नहीं कह सकते. उसे गंदगी कहा जा सकता है और उसकी साफ सफाई होना बेहद आवश्यक है.
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इन चीजों को खाने से आप बीमार हो सकते हैं, आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, लेकिन वह ब्लैक फंगस (Black fungus) नहीं है वह गंदगी है. इसीलिए इस तरीके की सब्जियां या अन्य चीजों को खाने से बचें और फल और सब्जियों को अच्छी तरह से साफ कर धोने के बाद ही उनका सेवन करें.
म्यूकोरमाइकोसिस से बचाव के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना आवश्यक
डॉक्टर ने बताया कि ब्लैक फंगस (Black fungus) अधिकतर उन लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है और यह किसी में भी हो सकती है, चाहे युवा हो या फिर बुजुर्ग. लेकिन सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों में हैं जो इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड हैं, जो पहले से ही अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
उन लोगों में म्यूकोरमाइकोसिस का खतरा देखा जा रहा है. लेकिन किसी भी संक्रमण या इंफेक्शन से बचाव का सबसे बड़ा हथियार साफ-सफाई ही है. जिससे ना केवल आप अब खुद को बीमारियों से दूर रख सकते हैं, बल्कि अपनी इम्यूनिटी को भी कमजोर होने से बचा सकते हैं.