नई दिल्ली: दिल्ली का बजट सत्र आज से शुरू हो चुका है. इससे दिल्ली के खिलाड़ियों को भी उम्मीदें हैं. खिलाड़ियों को कहना है कि दिल्ली सरकार उनके क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करे. इसके साथ ही उनका कहना है कि दिल्ली सरकार को हमारे क्षेत्र में और भी काम करने की जरूरत है. नेशनल और इंटरनेशनल कोचेस को एकसाथ मिलकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था देनी होगी.
खिलाड़ियों की मांगें
*खेलों के क्षेत्र में अभी काम करने की जरूरत.
*इंफ्रास्ट्रक्चर पहले के मुकाबले काफी बेहतर है लेकिन अभी और ज्यादा सुधार की आवश्यकता.
*खिलाड़ियों को ट्रेनिंग से लेकर डाइट तक मिले सभी जरूरी सुविधाएं.
*खिलाड़ियों की फिटनेस पर दिया जाए अधिक ध्यान.
*राष्ट्रीय कोच और विदेशी कोच एक साथ मिलकर दे भारतीय खिलाड़ियों को ट्रेनिंग.
*खेलों में बच्चों की रुचि बढ़ाए जाने के लिए बनाए जाएं स्कूलों में स्पोर्ट्स हब.
*रिटायर हो चुके कोच और अवॉर्ड ले चुके कोच को दिल्ली सरकार अन्य सरकारों के तर्ज पर दे पेंशन और भत्ता.
*राज्य और नेशनल स्तर पर टूर्नामेंट जीतने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाले भत्ते की राशि बढ़ाए दिल्ली सरकार
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दिल्ली के बजट से खिलाड़ियों की उम्मीदें बढ़ीं
देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली सरकार के द्वारा 8 मार्च को दिल्ली विधानसभा में बजट के मद्देनजर विशेष सत्र बुलाया गया है. जिसमें दिल्ली का आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट पेश किया जाएगा. इसी के ऊपर ईटीवी भारत के संवाददाता अनूप शर्मा ने राजधानी दिल्ली के कुछ खिलाड़ियों तथा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने वाले कोच के साथ बातचीत की. खेल और स्पर्धा के क्षेत्र से जुड़े लोगों ने ईटीवी भारत को बातचीत के दौरान साफ तौर पर कहा कि वर्तमान समय में राजधानी दिल्ली के अंदर खेलों के क्षेत्र में दिल्ली सरकार को भी बहुत काम करने की आवश्यकता है.
स्कूलों में बने स्पोर्ट्स हब
दिल्ली सरकार के बजट के ऊपर खिलाड़ियों ने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि राजधानी दिल्ली में स्कूलों के अंदर स्पोर्ट्स हब बनाए जाने की सबसे ज्यादा जरूरत है ताकि राजधानी दिल्ली के जो बच्चे हैं उनकी रुचि खेलों में बढ़े. वर्तमान समय में राजधानी दिल्ली के अंदर टैलेंट बहुत है. लेकिन उस टैलेंट को सही गाइडेंस की जरूरत है. ऐसे में यह स्पोर्ट्स हब अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
इंफ्रास्ट्रक्चर को करना होगा और बेहतर
दिल्ली में खेलों का इंफ्रास्ट्रक्चर पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बेहतर हो चुका है. लेकिन इसे अभी और ज्यादा सुधार की आवश्यकता है. ताकि खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं और चैंपियनशिप के साथ-साथ ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतिस्पर्धा के लिए अपने आपको तैयार कर सके.
खिलाड़ियों की डाइट और आवश्यकताओं पर ध्यान देने की जरूरत
दिल्ली के अंदर टैलेंट बहुत है लेकिन इन सभी टैलेंटेड खिलाड़ियों की डाइट और आवश्यकताओं के ऊपर वर्तमान समय में ध्यान देने की बहुत जरूरत है. जिससे कि खिलाड़ी अपने आप को किसी भी प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर पाएं और ज्यादा मेडल जीत पाएं. वर्तमान समय में खिलाड़ियों को सही डाइट के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सरसाइज करने के लिए इक्विपमेंट और कई चीजों की आवश्यकता होती हैं जिन्हें समय पर उपलब्ध कराना चाहिए.
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रिटायर कोच और सम्मानित कोच को मिलना चाहिए पेंशन और भत्ता
पूर्व खिलाड़ियों ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि अन्य राज्यों की तर्ज पर अब दिल्ली में भी रिटायर कोच और पद्मश्री और अन्य अवॉर्ड से सम्मानित कोचों को पेंशन और भत्ता दिल्ली सरकार की तरफ से मिलना चाहिए.
राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को मिले सम्मानित भत्ता
खिलाड़ियों ने आगे बातचीत के दौरान कहा कि नेशनल चैंपियन और स्टेट लेवल चैंपियन के खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार के द्वारा जो भत्ता दिया जाता है. उसमें बढ़ोतरी की जानी चाहिए. जिससे कि खिलाड़ियों का न सिर्फ उत्साह बढ़ेगा बल्कि प्रदर्शन में भी इजाफा होगा.
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नेशनल कोच और विदेशी कोच एकसाथ खिलाड़ियों को दें ट्रेनिंग
खिलाड़ियों ने कहा कि कोच और विदेशी कोचों को एक साथ खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देनी चाहिए. जिससे न सिर्फ खिलाड़ी को इंटरनेशनल एक्सपोजर मिलता है बल्कि उसे अपने प्रतिद्वंदी खिलाड़ियों के बारे में अच्छे से जानने का मौका भी मिलता है. जिससे कि इंडिविजुअल गेम में खिलाड़ी को फायदा होता है और विपक्षी खिलाड़ी की स्ट्रेटेजी के बारे में वह खेल के दौरान ही अंदाजा लगा सकता है और मेडल जीतने की उसकी संभावनाएं बढ़ सकती हैं.
विदेशी कोच से ट्रेनिंग लेने पर खिलाड़ी ना सिर्फ नई नई तकनीकी सीख पाएगा बल्कि दूसरे देशों के बड़े-बड़े खिलाड़ियों के बारे में भी भली-भांति तरीके से जान पाएगा कि वह अपने आप को बड़ी प्रतियोगिताओं से पहले किस तरह से तैयार करते हैं जिससे भारतीय खिलाड़ियों को सहायता मिलेगी.