नई दिल्ली: सफदरजंग अस्पताल से 2 साल पहले फरार हुए मकोका के आरोपी पूर्व विधायक रामवीर शौकीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. बागपत पुलिस उसे उपचार के लिए सफदरजंग अस्पताल लेकर गई थी. वहां से वह देवली स्थित अपनी ससुराल गया और फरार हो गया.
उसके खिलाफ सफदरजंग एनक्लेव थाने में इस बाबत एफआईआर दर्ज की गई थी. मुंडका से पूर्व विधायक रामवीर शौकीन कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना का मामा है. नीरज बवाना सहित गैंग के सदस्यों पर स्पेशल सेल ने मकोका लगाया था. उस पर भी मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया था.
साल 2016 में मकोका के तहत उसकी गिरफ्तारी की गई थी. लूट और जबरन उगाही की कई वारदातों में उसके शामिल होने की बात सामने आई थी. यह भी पता चला था कि नीरज बवाना के नाम से वह रंगदारी वसूल रहा था.
ऐसे पुलिस हिरासत से हुआ था फरार
26 सितंबर 2018 को रामवीर शौकीन सफदरजंग अस्पताल में अदालत के आदेश पर उपचार के लिए लाया गया था. यहां पर बागपत पुलिस को बताया गया कि डॉक्टर अभी ऑपरेशन कर रहे हैं और उन्हें इंतजार करना होगा. अस्पताल के बाहर रामवीर शौकीन की पत्नी रीता सिंह गाड़ी में कुछ लोगों के साथ इंतजार कर रही थी.
रामबीर शौकीन ने पुलिस कर्मियों से कहा कि पास में ही देवली है, जहां उसका ससुराल है. वहां से उसे कुछ दस्तावेज लेने हैं. कैब लेकर वह देवली गांव चले गए. वहां जब पुलिसकर्मी खाना खाने लगे तो उसी दौरान शौकीन फरार हो गया था.
सफदरजंग पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिसकर्मियों ने देवली से वापस अस्पताल पहुंचकर यह कॉल की थी कि वह अस्पताल से फरार हो गया. दो साल से फरार चल रहे रामवीर शौकीन को सफदरजंग एन्क्लेव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के दौरान शौकीन ने पुलिस को बताया है कि वह अपने रिश्तेदार से मिलने गया था, जहां उसने अपने लिए कार का इंतजाम कराया.
इसके बाद वह मेहंदीपुर बालाजी चला गया था. कुछ महीने रहने के बाद वहां से वह हिमाचल प्रदेश चला गया था. 6 महीने पहले दिल्ली आकर वह कमरुद्दीन नगर में नाम बदल कर रह रहा था.