नई दिल्ली: खाकी वर्दी के साथ बैनर और तख्तियां लिए दिल्ली का एक पूर्व होमगार्ड इन दिनों सड़कों पर घूम रहा है. पिछले 17 सालों से ये बेरोजगारी का दर्द झेल रहा है. आरोप है कि सरकारों ने उसके और उसके हजारों साथियों के साथ धोखा किया है. अब उसे उसका हक मिलना चाहिए.
रातों-रात नौकरी जाने के बाद हजारों होमगार्ड बेरोजगार हो गए, जिसमें डालचंद भी शामिल हैं. पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि दिल्ली में मार्शल भर्ती किए जाएंगे और इसमें पूर्व होमगार्ड्स को प्राथमिकता दी जाएगी. हालांकि इसमें भी डालचंद जैसे लोग खरे नहीं उतर रहे थे.
10वीं पास होने की शर्त
डालचंद कहते हैं कि वह पिछले 17 सालों से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. आज सरकार होमगार्डों को वापस रखने का ऐलान तो करती है लेकिन उन्हें भी होमगार्ड की तरह ना लेकर, मार्शल के नाम से भर्ती किया जा रहा है. मार्शल के नाम से भर्ती किए जाने पर एक तो तनख्वाह कम है और उसमें भी 10वीं पास होने के शर्त है.
सड़कों पर भीख मांगने को तैयार डालचंद
दिल्ली की सड़कों पर घूम-घूम कर डालचंद आम लोगों को अपने साथ इकट्ठा करना चाह रहे हैं. 1 दिसंबर को इस दिशा में उन्होंने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर और दिल्ली के मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखने के बाद अब डालचंद दिल्ली की सड़कों पर भीख मांगने के लिए भी तैयार हैं.