नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी के फ्लाईओवरों के नीचे हुए अतिक्रमण को खत्म करके उस स्थान का सदुपयोग करने की योजना तैयार कर ली है. फ्लाईओवर के नीचे लोक निर्माण विभाग चार्जिंग स्टेशन, ऑफिस लाइब्रेरी गार्डन और इंडोर गेम्स परिसर बनाने जा रहा है. इसके लिए विभाग ने 102 फ्लाईओवरों का सर्वे शुरू कर दिया है. विभाग ने अपनी सभी जोनों के मुख्य अभियंता को सर्वे पूरा कर रिपोर्ट तलब करने के लिए कहा है.
फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जगह पर अतिक्रमण: दरअसल, पिछले कई सालों से फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जगह पर अतिक्रमण हो रहा है. अवैध पार्किंग चल रही है. कहीं लोगों ने अवैध रूप से घर बना कर कब्जा कर लिया है. लंबे समय तक कब्जा होने के बाद अतिक्रमण हटवाने में विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसे में विभाग पहले इन फ्लाईओवर के नीचे अतिक्रमण हटाएगा. इसके बाद फ्लाईओवर के नीचे विकास कार्य शुरू किया जाएगा.
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम: पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार कुछ फ्लाईओवर के नीचे की जमीन पर पार्किंग बनाने की भी योजना है. इसके अलावा जिन फ्लाईओवर के नीचे जगह कम है, वहां गार्डन विकसित कर हरियाली बढ़ाई जाएगी. हालांकि जिन फ्लाईओवर के नीचे इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन व लाइब्रेरी आदि बनाने की योजना है उनके एक हिस्से को भी गार्डन के रूप में विकसित किया जा सकता है. इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक अहम कदम माना जाएगा. जानकारी के अनुसार नंद नगरी, आनंद विहार, धौला कुआं, शादीपुर, तिलक नगर, पंजाबी बाग, राजा गार्डन, करमपुरा, आजादपुर, मुकुंदपुर , आईपी, वजीराबाद, सराय काले खां, लाजपत नगर ओखला फ्लाईओवर आदि स्थानों पर इस काम की शुरुआत की जाएगी.
ये भी पढ़ें: GGSIPU Inauguration: कैंपस के उद्घाटन पर LG और सरकार आमने-सामने, जानें पूरा मामला
बता दें कि दिल्ली में बढ़ते ट्रैफिक की समस्याओं को देखते हुए इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशनों के लिए जमीन खोजना भी एक बड़ी गंभीर समस्या है. फ्लाईओवर के नीचे चार्जिंग स्टेशन बनने से ना सिर्फ पेट्रोल पंप के आसपास लगने वाली वाहनों की कतार से छुटकारा मिलेगा. बल्कि जाम की समस्या भी नहीं होगी. फिलहाल जिन पंप पर सीएनजी उपलब्ध होती है, वहां भी वाहनों की कतार लगने से लंबी जाम लगता है. ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि चार्जिंग के दौरान यह समस्या और विकराल हो सकती है, इसलिए पहले इसका समाधान ढूंढा जा रहा है.