नई दिल्ली: इंश्योरेंस कराने के नाम पर एक बुजुर्ग से हुई साढ़े तीन करोड़ रुपए की ठगी के मामले में एक आरोपी को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान धीरज शर्मा के रूप में की गई है. उसके दो अन्य साथियों को इस फर्जीवाड़े में पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपियों ने बुजुर्ग द्वारा कराई गई पॉलिसी को मोटे मुनाफे का लालच देकर दूसरी कंपनियों के नाम पर ट्रांसफर कराने की बात कही. लेकिन वास्तव में उन्होंने यह इंश्योरेंस पॉलिसी अपने ही नाम पर ट्रांसफर कर ली थी.
2018 में EOW ने दर्ज किया था मुकदमा
डीसीपी विजयंता आर्य के अनुसार लक्ष्मी चंद भंडारी नामक वरिष्ठ नागरिक ने इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर ठगी की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि इंश्योरेंस एजेंट आलोक गोयल एवं धीरज शर्मा ने उन्हें विभिन्न इंश्योरेंस पॉलिसी में मोटे मुनाफे का झांसा दिया.
उनके कहने पर उन्होंने बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस से अपने और अपने परिवार के नाम पर साढ़े तीन करोड़ रुपए का इंश्योरेंस किया. इसके बाद उन्होंने एक्स्ट्रा बोनस के नाम पर उन्हें यह पॉलिसी दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर कराने को कहा गया. इसके नाम पर कई फर्जी सर्टिफिकेट भी उन्हें दिए गए. उनकी शिकायत पर वर्ष 2018 में आर्थिक अपराध शाखा में मामला दर्ज किया गया था.
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तीसरा आरोपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
छानबीन के दौरान पता चला कि उनके खाते से वह रकम कटी है जो उन्होंने शिकायत में बताई थी. एजेंट आलोक गोयल ने जो उनको दस्तावेज दिए थे उनकी जब जांच की गई तो पता चला कि वह सभी फर्जी हैं. वहीं जो उन्हें असली दस्तावेज दिए गए थे, वह भी पुलिस ने जांच के दौरान जब्त किए.
आगे जांच में पता चला कि उनकी रकम एजेंट ने ही रख ली थी. इस छानबीन के बाद पुलिस टीम ने आलोक गोयल एवं सेल्स मैनेजर निखिल गोयल को गिरफ्तार कर लिया था. आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में अब धीरज शर्मा को गिरफ्तार किया है.
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ऐसे दिया था ठगी को अंजाम
धीरज ने पुलिस को बताया कि वह बुजुर्ग लोगों को इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए कॉल करते हैं. उन्हें अपनी बातों में आसानी से फंसाकर उनसे रुपए ले लेते हैं जो इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर लिए जाते हैं. लेकिन वह धोखे से पॉलिसी को उनकी जगह अपने नाम पर ले लेते हैं. अपना शिकार बनाने वाले को वह फर्जी पॉलिसी दे देते हैं जबकि वास्तविक पॉलिसी उनके नाम पर रहती है. आरोपी एजेंट धीरज शर्मा कृष्णा नगर का रहने वाला है.