नई दिल्ली/गाजियाबाद: आरआरटीएस कॉरिडोर पर प्रायोरिटी सेक्शन से आगे के सेक्शन में निर्मित मुरादनगर रिसीविंग सब स्टेशन से मुरादनगर स्टेशन के सहायक सब स्टेशन (एएसएस) में 33 केवी की क्षमता पर विद्युत सप्लाई आरंभ कर दी गई है.
मुरादनगर आरएसएस को प्रायोरिटी सेक्शन से आगे मेरठ की दिशा में मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ, मेरठ साउथ और परतापुर स्टेशन तक विद्युत आपूर्ति के लिए बनाया गया है. इस आरएसएस की क्षमता 70 मेगावाट है, जिसके लिए यहां कुल 4 ट्रांसफार्मर्स लगाए गए हैं.
मुरादनगर आरएसएस में विद्युत सप्लाई आरंभ होने के साथ ही मोदी नगर साउथ स्टेशन तक विद्युत सप्लाई के लिए 33 केवी की केबल डाल दी गई है. जल्द मोदी नगर साउथ स्टेशन के एएसएस में भी विद्युत आपूर्ति आरंभ कर दी जाएगी. इस सेक्शन में विद्युत आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीटीसीएल) से करार किया गया है.
यूपीपीटीसीएल के ग्रिड सबस्टेशन से 220kV वोल्टेज पर बिजली एनसीआरटीसी के मुराद नगर स्थित रिसीविंग सब स्टेशन तक आ रही है. यहां से यह 25kV की बिजली ट्रेनों के संचालन के लिए और 33kV की बिजली आरआरटीएस स्टेशनों की अन्य जरूरतों के लिए इस्तेमाल की जाएगी.
वर्तमान में सबसे पहले मुराद नगर स्टेशन में विद्युत आपूर्ति आरंभ करके यहां स्थापित सभी विद्युत उकरणों को संचालित किया जा रहा है. साथ ही मुरादनगर स्टेशन में कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल तक आवागमन के लिए लगाए गए एस्कलेटर्स की कमीशनिंग भी शुरू हो गई है.
ग्रीन एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एनसीआरटीसी द्वारा हाल ही में मुराद नगर रिसीविंग सब स्टेशन में सोलर प्लांट भी स्थापित किया गया है. यह प्लांट मुराद नगर रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) की छत पर स्थापित है, जहां कुल 540 वाट के 80 सोलर पैनल लगाए गए हैं. इस सोलर प्लांट से हर साल लगभग 50,000 यूनिट बिजली पैदा की जा सकती है.
मुराद नगर रिसीविंग सब स्टेशन में सोलर प्लांट से पैदा होने वाली बिजली से मुराद नगर आरएसएस की आंतरिक विद्युत आपूर्ति की पूर्ति की जा रही है. वहीं, आपूर्ति करने के बाद बचने वाली विद्युत को आरआरटीएस कॉरिडोर के अन्य स्थानो पर इस्तेमाल किया जा सकेगा.
बता दें, सम्पूर्ण दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर विद्युत आपूर्ति के लिए कुल 5 आरएसएस (RSS) दिल्ली के सराय काले खां, गाजियाबाद, मुरादनगर और मेरठ के शताब्दीनगर व मोदीपुरम में स्थापित किए जा रहे हैं. जिनमें से गाजियाबाद और मुराद नगर आरएसएस बनकर तैयार हो चुके हैं.