नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने 11 मई को एक अहम फैसला सुनाया. कोर्ट ने दिल्ली सरकार को यह अधिकार दिया कि वह ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले में फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है और इसमें एलजी विनय कुमार सक्सेना हस्तक्षेप नहीं करेंगे. वहीं दूसरी तरफ तब से लेकर अब तक दिल्ली सरकार में कार्यरत आईएएस, आईआरएस और एक आईपीएस अधिकारियों ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए एलजी ऑफिस में शिकायत की है.
मालूम हो कि सर्विस सेक्रेटरी रहे आशीष मोरे, एक महिला आईएएस सहित एक अन्य अधिकारी ने सौरभ भारद्वाज पर गंभीर आरोप लगाते हुए एलजी को शिकायत की थी. एलजी ने सीएम को लिखे पत्र में इन अधिकारियों का हवाला भी दिया था. हालांकि जब इन अधिकारियों के आरोपों पर सौरभ भारद्वाज से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे गलत बताया. साथ ही कहा कि उन्हें मुख्य सचिव नरेश कुमार ने जान से मरने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत उन्होंने एलजी से की है. एलजी ने कहा कि वह इस मामले को देख रहे हैं. मालूम हो कि आशीष मोरे ने कहा था कि सौरभ भारद्वाज ने उन्हें कहा है कि वह उनका जीवन बर्बाद कर देंगे. वह चिराग दिल्ली के रहने वाले हैं. अब इस कड़ी में 8 अधिकारियों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत की है. एलजी ऑफिस से यह जानकारी दी गई है.
एलजी ऑफिस में कब-कब आई शिकायत
एलजी ऑफिस की तरफ से यह बताया गया है कि 11 मई के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अधिकारियों ने शिकायत की थी. इससे पहले भी शिकायत मिली थी. हालांकि जिन अधिकारियों ने शिकायत की है उन्होंने अभी मीडिया के सामने कोई बयान नहीं दिया है. इन शिकायतों पर आम आदमी पार्टी की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पांच आईएएस एक आईपीएस सहित आठ अधिकारियों ने की शिकायत
आप सरकार के खिलाफ उत्पीड़न मामले में शिकायत करने वालों में सर्विस सचिव रहे आशीष मोरे, मुख्य सचिव नरेश कुमार, विशेष सचिव किन्नी सिंह, ऊर्जा सचिव सुरबीर सिंह, आईएएस राजशेखर, आईपीएस मधुर वर्मा, आईआरएस कुणाल कश्यप, तदर्थ दानिक्स अधिकारी अमिताभ जोशी शामिल हैं. एलजी ऑफिस से कहा गया है कि आईएएस सुरबीर सिंह और आईपीएस मधुर वर्मा के परिवार को पंजाब में निशाना बनाया जा रहा है. जिसे लेकर उन्होंने वहां कोर्ट का रुख किया है.